बच्चों के हीरो बनें डॉ. राजेश्वर सिंह- डिजिटल शिक्षा के लिये विद्यालय को दिये पांच लाख
जीवन में समय व शिक्षा के अवसरों का सदुपयोग का सर्वाधिक महत्व है
अपराधियों के विरुद्ध कड़े से कड़े कानून बनने चाहिये
लाला रामस्वरूप शिक्षा संस्थान इंटर कॉलेज पहुंचे राजेश्वर सिंह, मेधावी विद्यार्थियों व खिलाडिय़ों को किया सम्मानित
सरोजनीनगर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोलने की घोषणा, प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़े हर संसाधन होंगे उपलब्ध
संजय पुरबिया
लखनऊ। सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह शिक्षा के महत्व को बखूबी समझते हैं इसलिए वो विद्यार्थियों के बीच जाकर उनका मार्गदर्शन करने तथा उन्हें प्रोत्साहित करने का एक भी मौका नहीं छोड़ते। शुक्रवार को विधायक राजेश्वर सिंह ने बंथरा स्थित लाला रामस्वरूप शिक्षा संस्थान इंटर कॉलेज के स्थापना दिवस व वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। यहां ना केवल उन्होंने बच्चों का मार्गदर्शन किया बल्कि उन्हें आने वाली चुनौतियों से अवगत कराया तथा उससे निपटने का सुझाव भी दिया। बात जो भी हो,उन्होंने जिस तरह से बच्चों के बीच जाकर अपनत्व भाव दिखाया,उसे देख यही कह सकते हैं कि बच्चों के हीरो हैं विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह।
लाला रामस्वरूप शिक्षा संस्थान इंटर कॉलेज के बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। बाल विवाह पर एक लघु नाटिका का मंचन भी किया गया। कार्यक्रम में विधायक राजेश्वर सिंह ने हाईस्कू ल एवं इंटरमीडिएट के मेधावी विद्यार्थियों को मनोबल राशि देकर पुरस्कृ त किया। साथ ही खेल-कूद प्रतियोगिताओं में विजेता प्रतिभागियों को सर्टिफि केट एवं मेडल देकर सम्मानित भी किया। विधायक राजेश्वर सिंह ने कम्प्यूटर्स व खेल के संसाधन उपलब्ध कराने के लिये 5 लाख की धनराशि देने की घोषणा की, साथ ही कॉलेज में डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की बात कही। विद्यालय के एक युवा खिलाड़ी, जो राजकीय स्तर पर क्रिकेट के लिये चयनित हुआ, को क्रिकेट किट उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बच्चों के लिये सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की भी घोषणा की जहां उन्हें पढ़ाई से संबंधित सभी स्टडी मटेरियल उपलब्ध होंगे।
विधायक राजेश्वर सिंह ने बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ खेल से जोडऩे के लिये प्रोत्साहित किया। कहा कि बच्चे अपनी क्षमता व योग्यता से देश व प्रदेश का नाम रौशन करें, यही मेरी अपेक्षा है। बच्चे पढ़ाई व खेलकूद में बेहतरीन प्रदर्शन करें इसके लिये मैं उन्हें हर प्रकार के संसाधन उपलब्ध कराने के लिये प्रयासरत हूं।शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि विद्यार्थी जीवन किसी के भी जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। शिक्षा से सभी प्रकार की असमानता मिटायी जा सकती है चाहे वो ग्रामीण-शहरी की हो, गरीबी-अमीरी की हो, लैंगिंक या शारीरिक विकलांगता की असमानता हो। हिंदुस्तान एक युवा देश है। युवाओं को इस देश को आगे लेकर जाना है। आज के युवाओं की प्रतिस्पर्धा विश्वस्तरीय हो चुकी है जिसमें भारत के युवाओं को अग्रणी भूमिका निभानी है, इसके लिये विद्यार्थियों को निष्ठा, समर्पण, अनुशासन व दृढ़ संकल्प से खुद को तैयार करना होगा। कहा कि शिक्षा के समान अवसर उपलब्ध कराने के लिये प्रदेश व केंद्र सरकार निरंतर प्रतिबद्ध है।
केंद्र सरकार ने 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी करते हुये 1 लाख 4 हजार करोड़ का शिक्षा बजट किया। इसके अलावा प्रदेश सरकार ने 20 प्रतिशत बढ़ाते हुये 80 हजार करोड़ का बजट रखा। ऑपरेशन कायाकल्प, समग्र शिक्षा अभियान, मिड डे मील स्कीम के माध्यम से बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा दिलाने के लिये सरकारें प्रतिबद्ध हैं। शिक्षा का स्तर को बढ़ाने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि सरोजनीनगर के हर स्कूल, डिग्री कॉलेजों में डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना के लिये मैं प्रयासरत हूं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवाहन पर मैंने तीन स्कूल पहाड़पुर, अमौसी, लतीफ नगर के प्राथमिक विद्यालय गोद लिये हैं, सभी में हर आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराऊंगा। डिजिटल शिक्षा अति आवश्यक है। हर बच्चे को कम्प्यूटर का ज्ञान हो, इसके लिए मैं हर स्कूलों व कॉलेजों में कंप्यूटर उपलब्ध करवा रहा हूं। पर्यावरण संरक्षण को लेकर बच्चों को जागरूक होना चाहिये, बिजली को बचाने व प्लास्टिक के उपयोग को लेकर जागरूक होना है। अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना है। इसको लेकर हमें संकल्पित होना है।
डॉ. सिंह ने युवाओं के बीच नशे को एक गंभीर समस्या बताया। उन्होंने कहा कि नशा ना केवल एक व्यक्ति को खत्म करता है बल्कि पूरे परिवार व समाज को प्रभावित करता है। देश में प्रतिवर्ष ढाई से 3 लाख लोगों की शराब पीने से और लगभग 7 लाख लोगों की सिगरेट पीने से मृत्यु होती है। नशा करने वाले गंभीर बीमारियों से जूझते हैं। ये हम सबकी खासकर युवाओं की जिम्मेदारी है कि नशा के खिलाफ जागरूक हो व दूसरों को भी जागरूक करें। उन्होंने कहा कि बच्चों को इतिहासए कानून व संविधान की जानकारी होनी चाहिये, ताकि वे जान सकें कि कैसे हमारे पूर्वजों के अगिनत बलिदानों से हमें यह स्वतंत्रता प्राप्त हुयी है। कानून की पढ़ाई से आप अपने अधिकारों को जानेंगे। आप जितना संविधान पढ़ेंगे उतने ही सशक्त नागरिक बनेंगे।
इस दौरान श्रद्धा हत्याकांड का जिक्र करते हुये विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि ऐसे अपराधियों के विरुद्ध कड़े से कड़े कानून बनने चाहिये ताकि दोबारा इसकी पुनरावृत्ति ना हो। मैंने सीएम योगी को पत्र लिखकर लव जिहाद कानून में संशोधन की मांग की है। ऐसे मामलों में फ ांसी की सजा का प्रावधान होना चाहिये। इस तरह के मामलों की जांच 60 दिन में पूरी होनी चाहिये तथा मुकदमा दर्ज होने के 60 दिन के भीतर ट्रायल भी पूरा होना चाहिए। इसके अलावा बलात्कार और हत्या जैसे जघन्य अपराध के लिए केवल मृत्युदंड का प्रावधान होना चाहिये। कार्यक्रम में बीजेपी नेता शिव शंकर सिंह, प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार मणि, सपना जायसवाल, प्रियंका रावत, प्रेमा अवस्थी समेत स्कूल के शिक्षक एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।