नई दिल्ली। यमुना नदी पर छठ पूजा करने के मामले में स्थिति साफ नहीं होने के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने 11 सौ स्थानों पर तैयारी शुरू कर दी है। इन स्थानों पर बनाए जा रहे अस्थायी घाटों पर पानी की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा टेंट, लाइट, पीने के पानी, साफ-सफाई व सुरक्षा के समुचित इंतजाम होंगे।

दिल्ली सरकार की तीर्थयात्रा विकास समिति के अध्यक्ष कमल बंसल के अनुसार, कोरोना का प्रकोप कम होने के कारण दिल्ली सरकार ने इस बार भव्यता के साथ छठ पर्व का आयोजन करने का निर्णय लिया है। हालांकि, घाटों पर श्रद्धालुओं से कोरोना महामारी के मद्देनजर सावधानी बरतने व नियमों को खास तौर पर ख्याल रखने की अपील की जाएगी। कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने के कारण अब प्रतिबंध नहीं है।
उन्होंने बताया कि इस बार छठ पूजा के लिए घाटों की संख्या में इजाफा किया गया है। गत वर्ष की तुलना में तीन सौ घाट बढ़ाए गए हैं। इस साल 11 सौ घाटों पर छठ पूजा का आयोजन होगा। दिल्ली सरकार केवल घाट ही नहीं बनवा रही है, बल्कि वहां टेंट पंडाल लगवाने, सफाई की व्यवस्था कराने, साफ पानी व सुरक्षा की व्यवस्था कराने व सांस्कृतिक आयोजनों के लिए सहायता देने का काम भी कर रही है।उन्होंने कहा, यह घाट किसी खास पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए नहीं, बल्कि दिल्ली की आम जनता के लिए है। सभी को हक है कि वह सरकार के सहयोग से समिति बनाकर छठ महापर्व का भव्य आयोजन कर सके।