नेता सदन, नेता प्रतिपक्ष, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, अपना दल के नेता रामनिवास वर्मा, कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा मोना, बसपा नेता उमाशंकर सिंह संसदीय परंपरा का निर्वहन करते हुए महाना के पास पहुंचे। महाना ने हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन किया। सभी ने विधानसभा अध्यक्ष निर्वाचित होने की बधाई देते हुए महाना को विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी तक लाए। सभी ने उन्हें शुभकामनाएं और बधाई देते हुए अध्यक्ष की कुर्सी पर आसीन कराया। महाना ने हाथ जोड़कर योगी का अभिवादन किया, योगी ने भी मुस्कुराते हुए महाना के कंधे पर हाथ रखा। महाना ने हाथ जोड़कर सभी दलीय नेताओं के साथ विधायकों का आभार जताते हुए विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी संभाली।
महाना 1991 में पहली बार विधायक चुने गए थे। इसके बाद से वे लगातार विधायक निर्वाचित हो रहे हैं। 18वीं विधानसभा में महाना आठवीं बार चुने गए हैं। महाना योगी सरकार-1 में औद्योगिक विकास मंत्री के साथ विधानसभा की कई समितियों के अध्यक्ष भी रहे हैं।
विधानसभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि जनता ने विधायकों को चुनकर प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत में भेजा है। इसलिए प्रत्येक विधायक को जनता के विश्वास की कसौटी पर खरा उतरना होगा। विधानसभा अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद सदन को संबोधित करते हुए महाना ने कहा कि विधायक यदि जनता के बीच अच्छा व्यवहार करेंगे और जन समस्याओं के समाधान करेंगे तो कोई ताकत नहीं है जो उन्हें बार बार चुनकर सदन में आने से रोक सके।