लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। ऐसे में जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही है, सियासी पारा भी बढ़ता जा रहा है। भाजपा, सपा और बसपा सबने अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं। इसके साथ ही एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। ऐसे में विपक्ष की पुरानी नीतियों पर हमला करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फर्क साफ है। उन्होंने पाकिस्तान का नाम भी लेकर समाजवादी पार्टी पर जोरदार तंज कसा है।
सीएम योगी आदित्यनाथ सोशल मीडिया एप कू पर पोस्ट करते हुए कहा कि ‘जिन्हें पाकिस्तान दुश्मन नहीं लगता, जिन्ना दोस्त लगता है। उनकी शिक्षा-दीक्षा और दृष्टि पर क्या ही कहा जाए। वे स्वयं को समाजवादी कहते हैं, लेकिन सत्य यही है कि इनके नस-नस में ‘तमंचावाद’ दौड़ रहा है।’सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने अपने अगले पोस्ट में कहा कि एक कहावत है, ‘करें न धरें, तरकस पहने फिरें…’ पूरे विपक्ष का यही हाल है! सत्ता में रहे तो कुछ करा न धरा, अब चुनाव के समय सब ‘तरकस’ पहने फिर रहे हैं।
बता दें कि जिन्ना प्रकरण के बाद अब पाकिस्तान के मामले पर भाजपा ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को निशाने पर ले लिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान से पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डा. संबित पात्रा ने सोमवार को कहा था कि सपा जिन्ना और पाकिस्तान के सहारे विधानसभा चुनाव जीतना चाहती है। यदि आतंकी याकूब मेमन और अजमल कसाब को फांसी न हुई होती तो नाहिद हसन जैसे दंगाइयों को टिकट देने वाले अखिलेश मेमन को प्रत्याशी और कसाब को स्टार प्रचारक बना देते।
भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में संबित पात्रा ने कहा कि अखिलेश यादव का एक इंटरव्यू पढ़ा, जिसमें उन्होंने कहा है कि भारत का असली दुश्मन पाकिस्तान नहीं है। यह तो भाजपा है, जो पाकिस्तान को अपना दुश्मन मानती है और वोटबैंक के लिए पाकिस्तान पर निशाना साधती है। उत्तर प्रदेश की स्थापना दिवस के दिन अखिलेश यादव का यह संदेश कि पाकिस्तान भारत का दुश्मन नहीं है, बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और निराशाजनक है। अखिलेश का पाकिस्तान से प्यार का इजहार करने वाला यह बयान उनकी मानसिकता को दिखाता है। उन्हें इस बयान के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने तंज कसा कि जो जिन्ना से करे प्यार, वह पाकिस्तान से कैसे करे इन्कार। जिन्ना का नाम लेते हुए अखिलेश यादव चुनावी मैदान में उतरे थे और आज वह पाकिस्तान तक पहुंच गए हैं। भाजपा ने इस बार चुनाव में यह बात नहीं कही। जिन्ना को भी यूपी के चुनाव में अखिलेश लेकर आए थे और अब पाकिस्तान को भी वही लाए हैं।