दिल्ली के बड़े व्यापारी गोल्डन बाबा ने हरिद्वार से मुज़फ्फरनगर आते समय ना सिर्फ यातायात नियम का उलंघन किया बल्कि इस बार कांवड़ यात्रा में शामिल होकर अपनी क्वाटर सेंचुरी भी पूरी की | बता दें की दिल्ली के व्यापारी गोल्डन बाबा पिछले 24 वर्षो से हरिद्वार से पावन गंगा जल लेकर दील्ली जाते है | अपने शरीर पर 15 किलो सोना पहनकर कांवड़ यात्रा करने वाले वो पहले इन्शान है जो 24 सुरक्षा गार्ड लेकर इस यात्रा को संपन्न करते है |
समय के साथ साथ बूढ़े हो चले गोल्डन बाबा भले आज पैदल यात्रा काम अपनी लग्जरी गाड़ी की छत पर बैठकर सुरक्षा गार्ड की निगरानी में इस कांवड़ यात्रा को संपन्न कर रहे है लेकिन आज भी उन्हें सोने के आभूषण पहनने का शौक बरक़रार है | इस उम्र में भी गोल्डन बाबा 15 किलो सोना पहनकर कांवड़ यात्रा पर निकले है |
गोल्डन बाबा की माने तो उन्हें जितना प्रेम सोने के आभूषणों से है उतना ही प्रेम शिव की आराधना में है | वो बताते है की कई वर्ष पहले उन्हें शिव शंकर भगवन ने सपने में दर्शन दिए जिसके बाद उन्होंने तय किया की वो प्रत्येक वर्ष कांवड़ यात्रा कर हरिद्वार से गंगा जल लेकर आएंगे।वो मानते है की सोने के आभूषण उनके इष्ट देव है इस लिए उन्होंने सोना पहनने के शौक को अपना नियम बना लिया और कांवड़ यात्रा के साथ साथ सोने के आभूषणों का वजन भी बढ़ाते चले गए | यूँ तो प्रत्येक वर्ष गोल्डन बाबा अपनी कांवड़ यात्रा को पैदल ही तय करते थे लेकिन इस बार ना सिर्फ गोल्डन बाबा ने अपनी लग्ज़री गाड़ी में यात्रा की बल्कि गाड़ी की छत पर बैठकर यातयात केसारे नियम कानून को टाक पर रख दिया।