प्रयागराज। शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि केंद्र में सरकार चाहे जिसकी बने लेकिन साधु-संतों का सम्मान जरूरी है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। पीएम मोदी और सीएम योगी तो ईमानदार हैं, लेकिन इनके नाम पर भाजपा के कई राजनेता और मंत्री भ्रष्टाचार कर रहे हैं। गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती अपने तीन दिवसीय प्रवास पर बृहस्पतिवार को बागेश्वरधाम से झूंसी स्थित शिवगंगा आश्रम पहुंचे। वह पत्रकारों के सवालों के जवाब दे रहे थे।
शंकराचार्य ने कहा कि केंद्र में सरकार किसी भी गठबंधन या पार्टी की बने, लेकिन व्यास पीठ का सम्मान होना जरूरी है। कहा कि उनका किसी भी पार्टी के साथ कोई सरोकार नहीं है। चुनावी बेला में किसी भी पार्टी या फिर गठबंधन के पक्ष व विपक्ष में बोलना अनुचित है। सनातन धर्म और व्यास पीठ का सम्मान सुरक्षित रहे, यही उनकी कामना और इच्छा है। देश की सीमा की सुरक्षा का ध्यान तो शासनतंत्र को है लेकिन व्यास पीठ पर प्रतिष्ठित और प्रामाणिक धर्माचार्य हैं, उनको अनुगामी बनाकर रखने का कर्तव्य भी केंद्रीय शासन तंत्र को ही निभाना होगा।
देश और प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर