विश्व में यूपी का नाम रौशन करने पैदल निकल पड़े 4 धाम,12 ज्योर्तिलिंग का दर्शन करने अनिल पर्वतारोही
10 राज्यों में दर्शन कर लखनऊ पहुंचे अनिल पर्वतारोही ने कहा-नौजवानों को नशा से दूर रहने का दिलाऊंगा संकल्प
अनिल पर्वतारोही ने कहा- केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर के नशामुक्ति अभियान को पूरे देश में पहुंचाऊंगा
अफ्रीका के सबसे बड़ी चोटी कीलो मंजारो पर सबसे बड़ा तिरंगा फहराने का रिकार्ड भी अनिन पर्वतारोही के नाम
आशियाना में सांसद कौशल किशोर के कार्यालय पर प्रतिनिधि प्रवीण अवस्थी ने किया भव्य स्वागत
संजय पुरबिया
लखनऊ। अफ्रीका की सबसे बड़ी चोटी ‘कीलो मंजारो’ पर सबसे बड़ा तिरंगा फहराने वाले और 4धाम,12 ज्योर्तिलिंग का पैदल दर्शन करने का संकल्प लेने वाले अनिल पर्वतारोही मंगलवार की शाम उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचे। अनिल ने बताया कि 10 राज्यों की यात्रा पूरी कर ली है और अब दो शेष बची है। 98 दिनों की पैदल यात्रा काफी थकान भरी है लेकिन ‘भोले बाबा के आशीर्वाद ‘से अब दो कदम की दूरी पर हूं और उनका आशीर्वाद रहा तो मैं ‘विश्व का पहला व्यक्ति’ बनूंगा जिसने पैदल चार धाम और 12 ज्योर्तिलिंग का दर्शन किया। यात्रा के दौरान मैने सोचा कि इससे तो सिर्फ मेरा नाम होगा,समाज के लिये मैंने क्या किया ? इस सवाल ने मेरे जेहन में हलचल मचा दी। उस दरम्यान मैंने सोशल मीडिया पर केन्द्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर के नशामुक्ति के खिलाफ देश भर में चला रहे अभियान को देखा। तभी मैंने संकल्प लिया कि मंत्री जी के इस अभियान में मैं शामिल होकर देश के युवाओं को नशा से दूर रहने की कसम दिलाऊंगा। युवाओं को मैं चार धाम और 12 ज्योर्तिलिंग की कसम दिलाकर बोलूंगा कि नशा से दूर रहोगे या नहीं ? अनिल ने दावे के साथ कहा कि मैं जो संकल्प लेता हूं,उसे हर हाल में पूरा करता हूं…। ‘द संडे व्यूज़’ से खास बातचीत में अनिल पर्वतारोही ने खुलकर अपनी बात रखी।
आशियाना स्थित केन्द्रीय राज्य मंत्री व सांसद मोहनलालगंज के कार्यालय में मंगलवार की शाम पहुंचे अनिल पर्वतारोही सांसद प्रतिनिधि प्रवीण अवस्थी सहित पूरी टीम ने भव्य स्वागत किया। फिरोजबाद में साधारण किसान परिवार से ताल्लुख रखने वाले अनिल पर्वतारोही ने ‘गरीबी‘ और ‘संघर्ष’ को काफी करीब से देखा है। 27 वर्षीय अनिल अपने चार भाई और दो बहनों में सबसे छोटे हैं। अपनी यात्रा पर उन्होंने बताया कि बस देश का नाम रौशन करने का जज्बा मन में था इसलिये मैंने संकल्प लिया कि चार धाम और 12 ज्योर्तिलिंग की पैदल यात्रा करूंगा। फिर निकल पड़ा अपने मिशन को पूरा करने और 17 मई 2022 तक मैंने 12 में से 10 राज्यों की पैदल यात्रा पूरी कर ली है। यात्रा की शुरुआत गुजरात से की और मध्य प्रदेश,महाराष्ट,कर्नाटक, तमिलनाडु, बैधनाथ धाम, आंध्र प्रदेश,उड़ीसा,पुरलिया, झारखंड़,बिहार होते हुये उत्तर प्रदेश में 98 दिनों में प्रवेश कर गया हूं। अनिल ने बताया कि पैदल यात्रा के दौरान मेरी टीम भी मेरे साथ रही।
इससे पहले मैंने सात जुलाई 2019 को अफ्रीका के सबसे बड़ी चोटी ‘कीलो मंजारो’ पर सात पर्वतारोहियों के साथ गया लेकिन चोटी पर सिर्फ मैं और मेरे साथ उत्तराखण्ड की एक लड़की पहुंची। गौरव की बात यह है कि चोटी पर मैने विश्व का सबसे बड़ा 30 मीटर चौड़ा और 45 मीटर लंबा तिरंगा फहराया। तभी से लोग मुझे अनिल पर्वतारोही नाम से जानने लगें। उन्होंने बताया कि इस यात्रा के दौरान मेरे मन में ख्याल आया कि 12 ज्योर्तिलिंग व चार धाम पैदल यात्रा कर मैं अपना नाम बना लूंगा लेकिन समाज को क्या दे रहा हूं ?
बस,इसी सवाल ने मुझे विचलित कर दिया था और एक दिन मैंने सोशल मीडिया पर ‘मिशन कौशल’ में नशामुक्ति अभियान के बारे में सुना और मैंने संकल्प लिया कि यही वो काम है जिससे मैं समाज को सही दिशा दिखा सकता हूं।
मंत्री कौशल किशोर का मिशन बहुत बड़ा है और वे देश वासियों को खासकर युवाओं को सही राह दिखाने निकल पड़े हैं,जिसकी जितनी सराहना की जाये कम है…। मेरी कोशिश रहेगी कि भारत के सभी कॉलेज में जाकर छात्रों को चार धाम और 123 ज्योर्तिलिंग की शपथ दिलाऊंगा। बोलूंगा कि आपलोग शपथ लेते हुये कहा कि नशा नहीं करेंगे। इससे बड़ी कसम और कोई नहीं है,इसलिये जो कसम खायेगा वो नशा नहीं करेगा।