भाजपा के जिला-महानगर स्तर पर बदलेंगे 40 से ज्यादा अध्यक्ष

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खराब परफॉर्मेंस वालों पर नजर

यूपी से केंद्रीय मंत्रिमंडल में जाएंगे कुछ चेहरे

ब्यूरो

लखनऊ: यूपी भाजपा की जिला और क्षेत्रीय टीमों में इसी महीने बदलाव तय हो गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी इन्हीं बदलावों पर चर्चा करने के लिए रविवार को दिल्ली पहुंचे। वह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ ही दिल्ली चले गए थे। सोमवार को उनकी भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष से भी बात हुई। इसी महीने इन बदलावों की सूची जारी कर दी जाएगी।

जिला और महानगर की टीम में अध्यक्षों के साथ क्षेत्रीय टीम में भी बदलाव किया जाएगा। भाजपा के संगठनात्मक तौर पर 98 जिले हैं। प्रदेश भाजपा टीम की ओर से 40 जिलाध्यक्षों-महानगर अध्यक्षों के नाम बदलने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इनमें ज्यादातर वे अध्यक्ष हैं, जो दो से तीन कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। इनके अलावा जो अध्यक्ष एमएलसी बनाए गए हैं, उन्हें भी बदला जाएगा। इनमें कानपुर देहात के जिलाध्यक्ष अविनाश चौहान, महोबा के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह सेंगर शामिल हैं। वाराणसी के जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा दो कार्यकाल भी पूरा कर चुके हैं और इन्हें एमएलसी भी बनाया जा चुका है। जो दो या तीन कार्यकाल पूरा कर चुके हैं, उनमें लखनऊ के महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा, बहराइच के श्यामकरन टेकरीवाल, हरदोई के सौरभ मिश्र, कन्नौज के नरेंद्र राजपूत, झांसी के जिलाध्यक्ष जमुना कुशवाहा, हमीरपुर के बृज किशोर गुप्ता, अमेठी के जिलाध्यक्ष दुर्गेश, सुलतानपुर के जिलाध्यक्ष आरए वर्मा के साथ पश्चिम यूपी के भी कई जिला और महानगर अध्यक्ष शामिल हैं। कुछ तो आठ या दस साल से जिलाध्यक्ष या महानगर अध्यक्ष पद पर कायम हैं।

इनके अलावा निकाय चुनावों में अच्छी परफॉर्मेंस न दे पाने वाले अध्यक्षों की भी लिस्ट तैयार की गई है। इनके अलावा क्षेत्रीय टीम में भी अध्यक्षों की नियुक्ति की जा चुकी है। अब क्षेत्र की पूरी टीम का गठन किया जाना है। इनके नाम भी तय कर लिए गए हैं। सोमवार को केंद्रीय आलाकमान से बातचीत के बाद सूची में मामूली बदलाव के संकेत दिए गए हैं।

सूत्रों का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष से केंद्रीय मंत्रिमंडल में बदलाव को लेकर कुछ नामों पर चर्चा हुई है। इनमें एक ब्राह्मण और एक दलित चेहरे को यूपी से प्रतिनिधित्व का सुझाव प्रदेश टीम की ओर से दिया गया है। हालांकि केंद्रीय आलाकमान ने दलित चेहरे को लेकर ही हामी भरी है। इनमें कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर, पूर्व डीजीपी बृजलाल और शाहजहांपुर से सांसद अरुण सागर के नाम चर्चा में हैं। विनोद संगठन के पुराने चेहरे हैं और उन्हें त्रिपुरा का प्रभारी भी बनाया गया था।केंद्रीय मंत्रिमंडल में बदलाव की चर्चा के बीच डेप्युटी सीएम बृजेश पाठक भी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने दिल्ली पहुंचे। सूत्रों का कहना है कि यूपी में बदलावों को लेकर उनसे भी चर्चा की गई है। उन्हें किसी एक राज्य का प्रभारी बनाए जाने के कयास भी लगाए जा रहे हैं। फिलहाल पाठक ने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया है।

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