- विभाग को बदनाम करने वाले अब होंगे बर्खास्त : डीजी बी.के.मौर्या
- हों… बीओ सुरेश सिंह ने चीफ सेके्रटरी के आवास पर ही फर्जी होमगार्ड तैनात कर निकालता रहा पैसा
- सुरेश सिंह इतना शातिर था कि डयूटी लगाने के लिये अधिकारी की जगह होमगार्ड के मोबाइल,आई फीड कर मंगाता था ओटीपी,ताकि धरा ना जाये
- पुलिस की जांच स्टार्ट,कब से हो रहा है घोटाला होगी जांच,नपेंगे कई बड़े…
संजय पुरबिया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के होमगार्ड विभाग में एक के बाद एक कर भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों की परतें खुल रही है। हिम्मत की दाद देनी पड़ेगी कि एक अदने से बीओ सुरेश सिंह ने मुख्य ‘सचिव के आवास’ को ही भ्रष्टाचार का अड्डा बनाकर लंबे समय से लाखों रुपये कमाता रहा। सभी जानते हैं कि मुख्यमंत्री के बाद ब्यूरोक्रेटस में दूसरे पायदान पर ‘मुख्य सचिव’ की हैसियत होती है लेकिन होमगार्ड विभाग के बीओ सुरेश सिंह ने ऐसा खेल रचा कि जो सुन रहा है,उसे यकीन नहीं हो रहा। बड़ा सवाल यह है कि आखिर सुरेश सिंह में मुख्य सचिव के आवास पर फर्जी होमगार्ड तैनात करने की हिम्मत आयी कहां से…। ये सच है कि बीओ पर पूर्व में तैनात डीआईजी से लेकर जिला कमांडेंट स्तर के अधिकारियों का वरदहस्त था। ये भी सच है कि यदि सुरेश सिंह ने लाखों रुपये कमाया होगा तो अपने पूर्व के ‘आकाओं’ को ‘करोड़पति’ तो बना ही दिया होगा। इसमें कोई संदेह नहीं है, क्योंकि यदि लखनऊ में तैनात पूर्व के अधिकारियों की संपत्ति की जांच करा ली जाये तो सभी ‘आय से अधिक संपत्ति’ के मामले में सभी फंस सकते हैं। शुक्र है कि ऑडिट जांच और लखनऊ के कमांडेंट अतुल सिंह की सक्रियता से इस रैकेट का अधूरा खुलासा तो हो गया लेकिन अब पुलिस को गंभीरता से जांच करनी होगी कि सुरेश सिंह की कहां-कहां कितनी संपत्ति है और इसको किन-किन अधिकारियों ने संरक्षण दे रखा है,उनकी संपत्तियों की भी जांच होनी चाहिये। बहरहाल,इस कांड़ के बाद होमगार्ड विभाग सदमें में है। डीजी बी.के.मौर्या तो गुस्से में तमतमाए हुये हैं। डीजी ने कठोर लहजे में कहा ‘विभाग को बदनाम करने वाले बीओ सहित इसमें लिप्त सभी जवान बर्खास्त होंगे। विभाग की इमेज को खराब करने वालों को अब किसी सूरत में नहीं बख्शूंगा चाहें वो किसी स्तर का अधिकारी हो’।
बता दें कि 19 जून को होमगार्ड विभाग में एक समय में 13 होमगार्डों की दो जगह तैनाती दिखाकर वेतन उठाने का मामला सामने आया है। जिला कमांडेंट अतुल कुमार सिंह ने गोमतीनगर विस्तार थाने में बीओ व 13 होमगार्डों पर साजिश रचने, जालसाजी व सरकारी धन का दुरुपयोग करने का केस दर्ज कराया है। जिला कमांडेंट अतुल सिंह के मुताबिक एनआईसी ने ड्यूटी लगाने के लिये एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इसी के माध्यम से होमगार्डों की हाजिरी लगायी जाती है। बीओ सुरेश सिंह ने इस सॉफ्टवेयर से छेड़छाड़ की। इसके बाद एक समय पर दो जगह होमगार्डों की ड्यूटी लगा दी। पूर्व जिला कमांडेंट के फ र्जी दस्तखत व मुहर और पत्र का प्रयोग कर होमगार्ड जयपाल सिंह, कृष्ण कुमार यादव, हरिनाम सिंह, बृजेश कुमार सिंह, मनीष कुमार मिश्रा, दिग्विजय सिंह, राधेलाल सिंह, गिरिजा शंकर, नेकराम, राजेश्वरी गौतम, कुंवर बहादुर, नरेंद्र कुमार व सुनील सिंह को दोहरे वेतन का भुगतान उनके बैंक खातों में करा दिया।
बीओ सुरेश सिंह ने ड्यूटी सत्यापन के लिये ड्यूटी लगाने वाले अधिकारी के स्थान पर होमगार्ड मनीष मिश्रा के मोबाइल व ई-मेल आईडी फ ीड कराकर ओटीपी मंगाया। इसके आधार पर ड्यूटी पर तैनात होमगार्डों की उपस्थिति व अनुपस्थिति सत्यापित कर दी गयी। इतना ही नहीं, बीओ सुरेश सिंह ने जिला कमांडेंट कार्यालय से 26 होमगार्ड की ड्यूटी अति संवेदनशील स्थानों पर भी लगायी है।
गोमतीनगर विस्तार थाने के प्रभारी निरीक्षक सुधीर अवस्थी ने बताया कि जिला कमांडेंट की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है। तहरीर में कमांडेंट ने यह नहीं बताया कि कितने का घोटाला हुआ है। यह भी नहीं बताया कि कितने महीने तक यह फ