ब्यूरो
लखनऊ । आशियाना स्थित अंसल आंगन योजना में बने मकान 1234 में कब्जा करने की नियत से अंसल आंगन आशियाना समिति ने जबरियन अपना ताला लगा दिया था। समिति द्वारा किसी और के मकान में ताला लगाने की खबर को द संडे व्यूज़ ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया,उसके बाद समिति के महासचिव अश्विनी शुक्ला ने कल अपना ताला हटा लिया। इस बात की चर्चा मोहल्ले में जोरों पर है कि समिति ने आखिर क्यों उक्त मकान में अपना ताला लगाया ? क्या पदाधिकारियों की मंशा ठीक नहीं थी ? बहरहाल, 1234 मकान के आवंटी के लिये खुशी की बात है।
बता दें कि’ द संडे व्यूज’ ने 19 मई को शीर्षक ‘अंसल आंगन आशियाना समिति के अध्यक्ष ने अंसल के बाबू की मिलीभगत से आवंटी के आवास पर लगाया ताला’ खबर प्रकाशित की। इसके बाद हड़कंप मच गया। कंपनी वालों ने बताया कि अंसल ने जीएम अजीत झा ने बाबू मनीष पाण्डेय की जमकर क्लास लगायी और तत्काल समिति का ताला हटवाने का निर्देश दिया। फिर क्या था,आनन-फानन में मनीष पाण्डेय ने समिति के पदाधिकारियों से ताला हटाने की बात कही। समिति के महासचिव अश्विनी शुक्ला ने अपना ताला निकाल लिया है। बता दें कि समिति महासचिव अश्विनी शुक्ला बाराबंकी स्थित ओलेपुर में पूर्व माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद पर तैनात हैं। मोहल्ले में चर्चा जोरों पर है कि इसके बाद भी शुक्ला जी समिति के नाम पर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं ?