युवाओं को नौकरी व रोजगार की बढ़ी संभावनाएं
कन्या सुमंगला से लाभांवित हुईं 14 लाख बेटियां
अन्नदाताओं के खाते में भेजे साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये
ब्यूरो
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर कहा कि अब उत्तर प्रदेश उपद्रवियों के लिए नहीं उत्सवों के लिए जाना जाता है। डबल इंजन की सरकार ने छह वर्ष में प्रदेश की अवधारणा बदली है। यही सबसे बड़ी उपलब्धि है। पहले यूपी का नाम आते ही नकारात्मक चीजें मन में आती थी, अब यूपी का नाम आते ही लोगों के मन में चमक आ जाती है। यूपी की पहचान अब माफिया से नहीं महोत्सव से होने लगी है। जंगलराज, माफियाराज और गुंडाराज अतीत की बातें हो चुकी हैं।
मुख्यमंत्री ने लोकभवन के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में छह वर्ष की उपलब्धियों पर आधारित पुस्तक छह साल-यूपी खुशहाल का विमोचन किया। साथ ही ऊंची उड़ान-नई पहचान पोस्टर का भी अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार जताया।बोले कि उनकी प्रेरणा और मार्गदर्शन में यूपी ने देश और दुनिया में अलग पहचान बनाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छह वर्ष पहले यूपी कहां था, इन छह वर्षों में बड़े परिवर्तन हुए हैं। हमारी सरकार ने यूपी के समग्र विकास की जो कार्ययोजना बनाई थी, उसे पूरी ईमानदारी से लागू करने के लिए हर स्तर पर प्रयास किया। परिणाम सबके सामने है।
योगी ने कहा कि पहले प्रदेश के अंदर जाति, मत-मजहब, भ्रष्टाचार, परिवारवाद के नाम पर जो राजनीति होती थी, उससे अलग हटकर हमने यहां की पहचान यूपी के अनुरूप असीम संभावनाओं वाले प्रदेश के रूप में बढ़ाने के लिए 10 सेक्टर चिह्नित किए, जिस पर पूरी टीम ने काम किया।सरकार ने छह वर्षों में से तीन वर्ष कोरोना से लड़ते-जूझ़ते काम किया। इस दौरान प्रदेश ने अनेक उपलब्धियां हासिल कीं। जिस यूपी के बारे मे कहा जाता था कि वह विकास नहीं कर सकता, वहीं प्रदेश आज प्रधानमंत्री की सभी फ्लैगशिप योजनाओं में नंबर एक की दौड़ में है। प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर की चर्चा पूरे देश में हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये वही यूपी है, जहां तमाम अभिभावक इस बात के लिए चिंतित होते थे कि बिटिया का विवाह कैसे करेंगे, कैसे उसे पढ़ाएंगे। आज 14 लाख बेटियां मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से लाभांवित हुईं हैं।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत सवा दो लाख बेटियों का विवाह सरकार ने संपन्न कराया। महिला स्वयंसेवी समूह नए माडल के रूप में कार्य कर रही हैं। महिला सशक्तिकरण, स्वावलंबन और सम्मान के आदर्श के रूप में यूपी आगे बढ़ा है।योगी ने कहा कि पारदर्शी तरीके से सरकारी नौकरियां देने का काम सरकार ने किया है। रोजगार के लिए एमएसएमई में हुए कार्य दिखाई दे रहे हैं। विश्वकर्मा श्रम सम्मान हस्तशिल्पियों को नई पहचान दिला रहा है। हम दो करोड़ युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बना सके हैं।यूपी देश का पहला राज्य है, जहां 20 लाख युवाओं को हमने इससे लाभांवित किया है। आज यूपी का कोई जनपद नहीं, जहां के युवाओं को सरकारी नौकरी न मिली हो। बिना भेदभाव के सम्मानजनक ढंग से हर तबके का युवा नौकरी प्राप्त कर रहा है। करोड़ों युवाओं को नौकरी और रोजगार की संभावनाओं को आगे बढ़ाने में हमें सफलता मिली है। ओडीओपी ने हर श्रमिक को रोजगार प्रदान किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्नदाताओं के जीवन में खुशहाली लाने के लिए साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये की राशि सीधे उनके खाते में भेजी गई है। कर्जमाफी को भी जोड़ दिया जाए तो ये आंकड़ा चार लाख करोड़ रुपये से ऊपर पहुंचता है। ये सरकार की प्राथमिकता को दर्शाती है। हमारी प्राथमिकता जाति, मत मजहब नहीं बल्कि गांव, गरीब, युवा, किसान व महिलाएं हैं।योगी ने कहा कि यूपी के बारे में धारणा थी कि यहां दंगे होते हैं पर छह वर्ष में एक भी दंगा नहीं हुआ।
कानून व्यवस्था को लेकर लोग क्या-क्या कहते थे, जिसे असंभव कहा जाता था, यूपी ने उसे संभव बना दिया है। 1.64 लाख पुलिस भर्ती की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से पूरी की गई। पुलिस में महिला कार्मिकों की संख्या 10 हजार से बढ़कर 40 हजार हो गई है। यह अपने आप में महिला सशक्तिकरण का उदाहरण है। यहां सिर्फ सरकार में ही नहीं बल्कि प्रशासन में भी स्थायित्व आया है। पहली बार आपने देखा होगा कि जिलों के डीएम-पुलिस कप्तान अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। पहले ताश के पत्तों की तरफ अफसर फेंटे जाते थे।