लखनऊ। सिद्धार्थनगर जिले में गेहूं की बुआई में खाद के लिए किसान मारे-मारे फिर रहे हैं, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल पा रही है। किसानों का कहना है कि अगर समय से खाद नहीं मिली तो खेती किसानी का कार्य प्रभावित होगा। इसका सीधा असर पैदावार पर पड़ेगा।शनिवार को सहकारी समिति ककरहवा पर खाद मिलने की सूचना पर काफी संख्या में महिला एवं पुरुष किसान खाद लेने पहुंचे। किसानों का आरोप है कि सचिव ने चहेतों को खाद देकर गोदाम में ताला बंद कर दिया और सचिव वहां से भाग गए।
कालीमुन्निशा, रीता, गोकुल, निर्मला, विष्णु, मसूद आलम, हाथा बाबा, प्रभुदयाल, विक्रम, श्रीपति, अर्जुन, राम अवतार, सुरेश किसानों का आरोप है कि सचिव तीन दिन से हम लोगों को खाद के लिए दौड़ा रहे हैं। हम लोगों का आधार कार्ड भी अपने पास रखे हैं, लेकिन हम लोगों को खाद न देकर रात में अपने चहेतों को गोदाम से खाद देते हैं।
नाराज किसानों ने समिति का घेराव किया।किसानों का कहना था कि जब तक प्रशासन हम लोगों को खाद नहीं दिला देता, यहां से नहीं जाएंगे। सूचना पर पहुंची ककरहवा चौकी के पुलिस कर्मियों ने किसानों को मनाया। सहायक विकास अधिकारी सहकारिता अंबरीश यादव ने कहा कि समिति पर खाद रहते हुए सचिव किसानों को खाद नहीं दे रहे हैं तो गलत है। इसकी जांच कराई जाएगी।