योगी सरकार के सिपहसलार के रूप में चमके लखनऊ के डीएम सूर्यपाल गंगवार
बुजुर्ग महिला फरियादी के घर चंद मिनट में पहुंचाया राशन
दिव्यांश श्री.
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लंबे समय बाद कोई ऐसा जिलाधिकारी मिला जिन्हें गरीबों,असहाय लोगों की चिंता सालती है। वे जानते हैं कि कुर्सी उन्हें जिस काम के लिये मिली है,उस पर रहते कुछ ऐसा काम कर जाये कि उसके हटने के बाद भी जनता-जनार्दन उन्हें याद रखे…। जी हां हम बात कर रहे हैं लखनऊ के डीएम सूर्यपाल गंगवार की। श्री गंगवार 2009 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। आईआईटी रुड़की से पास आउट सूर्यपाल इंजीनियरिंग से प्रशासनिक सेवा में आये हैं। डीएम बनने के बाद ही सूर्यपाल गंगवार ने कहा था कि वे ऐसा काम करेंगे की लखनऊ का नाम देश में चमकेगा…। यह भी कहा था कि लखनऊ में काम उनके लिये चुनौती है,जिसे वे स्वीकार कर चुके हैं। कोशिश रहेगी कि लखनऊ के विकास के लिये जो भी योजनायें और कार्यक्रम हैं,उन्हें तेजी से धरातल पर लायें। साथ ही सरकार की मंशा के अनुरूप गरीबों के कल्याण और जनता से जुड़ी योजनायें हैं,उसे लाभार्थियों तक पहुंचाने का काम करुं।जिसमें वे काफी हद तक कामयाब होते दिख भी रहे हैं। आइये आज डीएम गंगवार द्वारा पेश की गयी इंसानियत के कुछ पहलूओं सेआप को रुबरु कराता हूं…
हाल ही में डीएम सूर्यपाल गंगवार मोहनलालगंज तहसील गये थे। वहां पर उन्हें एक 90 साल की बुजुर्ग महिला फरियादियों की भीड़ में मिली जिसे पिछले एक साल से राशन नहीं मिल रहा था। बुजुर्ग महिला दर-दर की ठोकरे खाने पर मजबूर थी। बुजुर्ग महिला की तरफ किसी का ध्यान नहीं गया। तहसील में बुजुर्ग महिला ने जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार से अपनी समस्या बताते हुये रोने लगी और राशन दिलाने की अपील की। बुजुर्ग महिला ने डीएम को बताया कि पिछले एक साल से उसे राशन नहीं मिल रहा है। उन्होंने बुजुर्ग महिला की समस्या सुन समाधान का आश्वासन दिया और कुछ ही देर में बुजुर्ग महिला के घर जिलाधिकारी ने 5 कुंतल गेहूं , 2 कुुंतल चावल उपलब्ध करा दिया। राशन घर पहुंचते ही बुजुर्ग महिला का चेहरा खिल उठा। उसने डीएम को जीभर कर दुआयें दी।
इसी तरह, डीएम सूर्यपाल गंगवार दीपावली में अपने बेटे कृष्णा के साथ सरोजनीनगर स्थित व्योश्रेष्ठ मन्दिरम वृद्धाश्रम पहुंच गये। डीएम व उनके बेटे ने बुजुर्गों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुये उन्हें मिठाई भेंट की और उनका हाल-चाल जाना। उनसे वृद्धाश्रम में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। वहीं इस पल को देखकर भावुक हुए बुजुर्गों ने लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार व उनके बेटे को आशीर्वाद भी दिया। वृद्धाश्रम में रह रहे 80 वर्षीय कमलेश पांडेय ने जिलाधिकारी को खुद की लिखी गयी कविताएं सुनायीं। डीएम भी बुजुर्ग की कविताएं सुनकर प्रभावित हो गये। कमलेश पांडेय ने अपनी कविताओं के प्रकाशन के लिये डीएम से अपील की। डीएम सूर्यपाल गंगवार ने बुजुर्ग को उनकी कविताओं के प्रकाशन कराने का पूरा भरोसा दिलाया है।