बलरामपुर । विधानसभा चुनाव के छठें चरण के महासमर की घड़ी आते ही उम्मीदवारों की धड़कनें बढ़ गईं हैं। बलरामपुर जिले के चारों विधानसभा सीटों पर मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यहां 16 लाख 12 हजार 644 अधिक मतदाता 49 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। वहीं, अंबेडकरनगर में (पांच विधानसभा क्षेत्रों कटेहरी, टांडा, आलापुर, जलालपुर एवं अकबरपुर में मतदान शुरू हो गया है। यहां पंजीकृत 18 लाख 1444 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। नौ लाख 44 हजार 701 पुरुषों के अलावा आठ लाख 56 हजार 690 महिलाएं और 53 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। सर्विस मतदाताओं में 2102 पुरुष और 85 महिला मतदाता हैं। पोस्टल बैलेट पेपर पर 6719 सरकारी कर्मचारी, बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं ने पहले ही मतदान कर दिया है। ऐसे में बाकी के मतदाता बूथ पर वोट दे रहे हैं। साल 2017 विधानसभा चुनाव में बलरामपुर में सिर्फ 51.28 फीसद मतदान हुआ था। हालांकि, इस बार सुबह से ही पोलिंग बूथों पर लंबी कतारें नजर आ रही हैं। वहीं, अंबेडकरनगर में पिछले विधानसभा चुनाव में 64.05 फीसद लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया था।
बलरामपुर में सुबह नौ बजे तक 8.13 फीसद मतदान: जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से ही मतदान शुरू हो गया। कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम व वीवीपैट में ख़राबी के कारण मतदान शुरू होने में थोड़ा विलंब जरूर हुआ। तुलसीपुर विधानसभा के प्राथमिक विद्यालय रमययीडी बूथ संख्या 436 ईवीएम मशीन खराब होने के कारण एक घंटा 40 मिनट के बाद मतदान शुरू हो सका। गैसड़ी के बूथ संख्या 83 पर वीवीपैट में तकनीकी खराबी के कारण पीठासीन अधिकारी दिनेश प्रताप मिश्र ने बताया कि बीबीपेट में तकनीकी खराबी के कारण इंजीनियर के आने पर 30 मिनट विलंब से मतदान शुरू कराया गया। राथमिक विद्यालय बदलपुर में ईवीएम खराब होने से 1 घंटा 25 मिनट के देरी से मतदान शुरू हुआ। मतदान केंद्रों पर वोटरों की लंबी क़तार सुबह से लगी हुई है। सुबह नौ बजे तक चारों विधानसभा में कुल 8.13 प्रतिशत मतदान हुआ है।
सुबह नौ बजे तक बलरामपुर विधानसभा में 8.5, तुलसीपुर 8.1, गैंसडी में 8.4 व उतरौला में 8.7 फ़ीसदी वोटरों ने अपने मत का प्रयोग किया है। वहीं, गैंसड़ी विधानसभा महादेव बूथ पर राम तीरथ ने कहा कि उद्दा न मुद्दा हमारे मन का काम करा वाले का वोट दिहन है। क़तार में लगे तफ्फजुल ने कहा सड़क, शिक्षा, बिजली व पानी जैसे मुद्दों पर मतदान करेंगें। पिछले विधानसभा चुनाव में भी यहां मतदान प्रतिशत कम रहा था, हालांकि इस बार बूथों पर सुबह से भीड़ दिख रही है। बलरामपुर सदर सुरक्षित सीट के मतदान केंद्र एमपीपी इंटर कालेज बूथ पर हनुमानगढ़ी मंदिर महंत महेंद्रदास को मतदान करने से रोका गया। दरअसल, महंत के पास पर्ची न होने की वजह से उन्हें वोटिंग करने से रोका गया। इस संबंध में महंत ने बताया कि बीएलओ ने उनके यहां पर्ची नहीं पहुंचायी है। हालांकि, उन्होंने मोबाइल पर मैसेज आने के बात कही, लेकिन संबंधित कार्मिक तैयार नहीं हुआ। फिर अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद महंत ने वोट डाला। महंत महेंद्रदास ने बताया कि राष्ट्ररक्षा के लिए मतदान किया है। देशहित सबसे ऊपर है।
विधानसभा में बूथ व मतदाताओं की स्थिति :
- विधानसभा – बूथ – मतदाता
- बलरामपुर सुरक्षित 481 – 427895
- तुलसीपुर 455 – 383921
- गैंसड़ी 434 – 365578
- उतरौला 487 – 435250
अंबेडकरनगर में सुबह नौ बजे तक 9.46 फीसद मतदान: अंबेडकरनगर में लगभग सभी विधानसभाओं के पोलिंग बूथों पर सुबह सात बजे से लंबी कतारें नजर आ रही हैं। इसी का नतीजा है कि सुबह नौ बजे तक यानी दो घंटे की पोलिंग में 9.46 फीसद लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी जिले में 64.05 फीसद मतदाताओं ने वोट किया था।
अंबेडकरनगर में पांचों विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शुरू, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम: विधानसभा चुनाव के छठवें चरण में गुरुवार सुबह सात बजे से जिले की पांचों विधानसभा क्षेत्रों में कटेहरी, टांडा, आलापुर, जलालपुर एवं अकबरपुर में मतदान शुरू हो गया है। लोगों में अपना प्रतिनिधि चुनने को लेकर उत्साह है। घरों से निकलकर मतदाता बूथों पर पहुंच रहे हैं। पहली बार वोट देने निकले युवाओं में खासा उत्साह है। पूरे जिले में कुल 18 लाख 1444 मतदाता हैं। इनमें नौ लाख 44 हजार 701 पुरुषों के अलावा आठ लाख 56 हजार 690 महिलाएं और 53 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। पांचों सीटों के 2075 बूथों पर कुल 8300 मतदान कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा 832 मतदान कार्मिकों को आरक्षित श्रेणी में रखा गया है। उन्हें संबंधित तहसीलाें में बैठाया गया है। जरूरत पड़ने पर यहीं से उन्हें संबंधित बूथों पर भेजने की व्यवस्था की गई है।
मतदान केंद्रों व बूथों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम: विधानसभा चुनाव को निर्विघ्न, पारदर्शी एवं निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने के लिए निगरानी व सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पांचों विधानसभा क्षेत्रों को 38 जोन एवं 155 सेक्टर में बांटकर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। पुलिस प्रेक्षक, पांचों विधानसभा क्षेत्रों के सामान्य प्रेक्षक, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक समेत प्रशासन और पुलिस के नामित अधिकारी मतदान प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं। सुरक्षा में अर्द्धसैनिक बल की 45 कंपनी, पीएसी की एक कंपनी और दो प्लाटून, आरपीएफ की तीन कंपनी और 21 कंपनी गैर प्रांतीय पुलिस बल व सिविल पुलिस के विभिन्न जिलों से सुरक्षा बलों के साथ आए 671 निरीक्षक व उपनिरीक्षक, 4973 आरक्षी, मुख्य आरक्षी एवं 3964 होमगार्ड की ड्यूटी लगी है। मतदान केंद्र से 200 मीटर की परिधि में शस्त्र और मोबाइल फोन लाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
यहां खास निगरानी : पांचों विधानसभा क्षेत्रों में अति संवेदनशील 61 और संवेदनशील 252 मतदाता केंद्र पर अति संवेदनशील 121 मुहल्ले और गांव तथा 488 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन पर खास निगरानी की जा रही है। विशेष निगरानी के लिए 331 बूथों पर डिजिटल कैमरे और 499 बूथों पर माइक्रो आब्जर्वर लगाए गए हैं।
तहसीलों पर आरक्षित कर्मी: पांच विधानसभा क्षेत्र के 2075 बूथों पर कुल 8300 मतदान कार्मिकों को भेजने के अलावा 832 मतदान कार्मिकों को आरक्षित श्रेणी में रखा गया है। आरक्षित कार्मिकों को संबंधित तहसीलों में बैठाया गया है। जरूरत पड़ने पर यहीं से उन्हें संबंधित बूथ पर भेजा जा सकेगा।
हाथों-हाथ मिला मानदेय: सेक्टर मजिस्ट्रेट के जरिए मतदान कार्मिकों को बूथ पर पहुंचने के बाद हाथों-हाथ उनके मानदेय का नगद भुगतान भी जिला निर्वाचन कार्यालय ने कर दिया। कार्मिकों को भोजन आदि की दिक्कत न आए, इसके लिए भत्ता दिया गया। बूथों पर कार्मिकों का भोजन व नाश्ता बनाने के लिए रसोइया को लगाया गया है। मतदान कार्मिक किसी प्रत्याशी और ग्रामीण पर भोजन आदि को लेकर निर्भर नहीं होंगे।