होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति के सख्त तेवर के बाद शासन ने डीजी की रिपोर्ट पर की कार्रवाई
द संडे व्यूज़ ने पांच माह पहले ही किया था खुलासा
द संडे व्यूज़ की खबर पर शासन ने आज लगा दी मोहर
संजय पुरबिया
लखनऊ। देश भर में चर्चित एसडीएम ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक मौर्या प्रकरण में फंसे होमगार्ड विभाग के कमांडेंट मनीष दूबे को पांच माह बाद शासन ने आज निलंबित कर दिया है। होमगार्ड राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मवीर प्रजापति के पहल पर यह कार्रवाई हुयी है।
बता दें कि डीजी,होमगार्ड बी.के.मौर्या ने लगभग चार माह पूर्व ही शासन को अपनी रिपोर्ट भेज दी थी लेकिन पत्रावली दबा दी गयी थी। एक्शन मोड में आये मंत्री ने जब इसकी पैरवी की तब जाकर ज्योति मौर्या के पति की हत्या की साजिश रचने और अवैध संबंधों में फंसे कमांडेंट मनीष दूबे को आज निलंबित कर दिया गया। सबसे पहले द संडे व्यूज़ ने 11 जून 2023 को शीर्षक होमगार्ड विभाग का कमांडेंट मनीष दूबे मेरी हत्या कराना चाह रहा है से खबर प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशित होने के बाद यूपी की सियासत से लेकर सत्ता व नौकरशाह के गलियारों में हड़कम्प मच गया। शासन स्तर पर जांच बिठायी गयी और होमगार्ड विभाग के डीजी बी के मौर्या ने जांच प्रयागराज परिक्षेत्र के डीआईजी संतोष सुुचारी को जांच सौंपी। डीजी द्वारा भेजे गये पत्रावली में साफ तौर पर लिखा गया था कि कमांडेंट मनीष दूबे के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ निलंबित किया जाये। दूसरी तरफ प्रयागराज के के मंडलायुक्त ने भी जांच बिठायी लेकिन एसडीएम ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या द्वारा केस वापस लेने की बात पर उन्होंने शासन को अपनी रिपोर्ट यह कहते हुये भेज दिया कि इस प्रकरण में जो फैसला चाहें शासन ले सकता है। बहरहाल पांच माह बाद ही सही लेकिन देश भर में होमगार्ड विभाग की इमेज को डैमेज करने वाले कमंाडेंट मनीष दूबे के खिलाफ हुयी कार्रवाई ने ये साबित कर दिया कि होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति और डी.जी. बी.के. मौर्या की नजरों से महिलाओं की अस्मत से खेलने और विभाग की साख को खराब करने वाले अफसर बच नहीं सकते….