शुगर मिल,बरेली में तैनात पीसीएस ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या का सनसनीखेज आरोप
ज्योति मौर्या और मनीष दूबे के प्रेम-प्रसंग का व्हाटसअप चैटिंग में हुआ खुलासा,दोनों करेंगे शादी
डी.जी. बी.के.मौर्या गुस्से में कहा : सरकारी पद पर बैठे अधिकारी हत्या या इस तरह का काम करे,बर्दाश्त नहीं करुंगा
संजय पुरबिया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ‘खाकी’ के दामन पर ‘लूट’, ‘अय्याशी के दाग’ विभाग के ही कुछ अफसर लगाते रहे हैं फिर चाहें वे ‘पुलिस’ वाले हो या ‘होमगार्ड के अफस’…। ‘अवैध कमाई’ और ‘अय्याशी’ की वजह से पूरा विभाग शर्मशार हो रहा है। गाजियाबाद में तैनात होमगार्ड के कमांडेंट मनीष दूबे की अय्याशी की कहानी ने तो ‘खाकी’ विभाग के ‘दागदार अफसरों’ को काफी पीछे छोड़ दिया है। मनीष दूबे ने प्रयागराज के धूूूमनगंज,झलवा में रहने वाले आलोक मौर्या की ‘हत्या की साजिश’ तक रच डाली। इस खेल में ‘भाड़े के अपराधी’ नहीं बल्कि आलोक मौर्या की ‘पत्नी ज्योति मौर्या’ (पीसीएस) शामिल हैं। मनीष दूबे ज्योति मौर्या से शादी करना चाहते हैं इसलिये दोनों ने मिलकर प्यार में बाधा बन रहे पति आलोक मौर्या को ही रास्ते से हटाने का पूरा प्लान बना लिया। ‘पीपीएस’ मनीष दूबे और ‘पीसीएस’ ज्योति मौर्या के संबंधों के बीच कांटा बन रहे पति आलोक मौर्या के हांथों वो व्हाटसअप चैटिंग लग गया जिसकी वजह से दोनों की मर्डर प्लानिंग फेल हो गयी। अपनी जान बचाने के लिये आलोक मौर्या इलाहाबाद के धूमनगंज थाने में 25 अप्रैल को रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे लेकिन उन्हें भगा दिया गया। उन्होंने लिखित शिकायत इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्या को दी लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की गयी। दूसरी तरफ,पीसीएस ज्योति मौर्या सात मई को आलोक मौर्या के खिलाफ ‘दहेज उत्पीडऩ’ का मुकदमा दर्ज कराने गयीं,तो उसी दिन उनका मुकदमा दर्ज कर लिया गया। सवाल यह है कि आखिर इंस्पेक्टर धूमनगंज ने आलोक मौर्या की रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज की ? इसलिये की वो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है ? ज्योति मौर्या की रिपोर्ट इसलिये दर्ज कर ली गयी कि वो पीसीएस हैं ? सवाल यह भी है कि आखिर 13 साल बाद ज्योति मौर्या को दहेज उत्पीडऩ का मुकदमा दर्ज कराने की सुध क्यों आयी ? इतने सालों तक उन्होंने चुप्पी क्यों साध रखी थी ? बता दें कि ज्योति मौर्या शुगर मिल,बरेली में सहायक प्रबंधक के पद पर तैनात हैं। वहीं कमांडेंट मनीष दूबे पहले से ही शादी-शुदा हैं। छह दिन बाद ही उन्होंने अपनी पहली पत्नी को तलाक देने की अर्जी कोर्ट में दाखिल कर अब नई पत्नी लाने का सपना देख रहे हैं।
खैर, आलोक मौर्या ने इसकी शिकायत होमगार्ड विभाग के डी.जी. बी.के.मौर्या से कर कमांडेंट मनीष दूबे और ज्योति मौर्या के व्हाटसअप चैटिंग और ऑडियो सौंप दिया है। अपने विभाग के कमांडेंट द्वारा हत्या की साजिश रचने की बात सुनकर डी.जी. गुस्से में हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी पदों पर बैठने वाले अफसर यदि ऐसा काम करते हैं तो उन्हें वर्दी पहनने का कोई हक नहीं है। मामला गंभीर है और इसमें जांच बिठा दिया हूं। चौंकाने वाली तो यह है कि ज्योति मौर्या की नौ वर्ष की दो मासूम बेटियां हैं,जिन्हें नहीं मालूम की उनकी मां क्या कर रही है…। दूसरी तरफ,एक पिता अपनी जान बचाने से ज्यादा दोनों बच्चियों की जिंदगी बचाने के लिये हर दरवाजे को खटखटा रहा है,जहां से उसे उम्मीद की मामूली सी लौ जलती दिख रही है। पीडि़त आलोक मौर्या ने 22 मई को मुख्यमंत्री,अपर मुख्य सचिव,होमगार्ड,डी.जी.,होमगार्ड,पुलिस कमिश्नर,प्रयागराज,पुलिस कमिश्नर, गाजियाबाद को पत्र भेजकर अपनी जान की गुहार लगायी है। ‘द संडे व्यूज़’ के कार्यालय भी आलोक मौर्या आये और दस्तावेजों को देख मैं खुद आपलोगों के सामने मनीष दूबे और ज्योति मौर्या के बीच हुयी व्हाटसअप चैटिंग,वीडियो व ऑडियो की सारी बातों को रख रहा हूं।
थाना धूमनगंज झलवा, प्रयागराज के रहने वाले राम मुरारी मौर्या के पुत्र आलोक मौर्या ने बताया कि वे पंचायतीराज में चतुर्थ श्रेणी के पद पर तैनात हैं। वर्ष 2010 में चिरईगांव,वाराणसी के रहने वाले पारसनाथ की बेटी ज्योति मौर्या से विवाह हुआ। ज्योति का सपना था कि शादी के बाद पढ़ाई कर पीसीएस बने। मैंने उनका पूरा साथ दिया और परीक्षा की तैयारी कराने के लिये मैं ज्योति को इलाहाबाद ले गया। पढ़ाई में किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो इसके लिये परीक्षा के समय मैं खाना बनाने से लेकर बर्तन तक मांजता था। ज्योति की मेहनत रंग लायी और वर्ष 2015 बैच की पीसीएस बनीं। उस दौरान पूरे गांव में जश्न का माहौल था,हमलोग बेहद खुश थे कि ज्योति मौर्या का सपना पूरा हुआ। मेरी दो बेटियां भी हैं। आलोक ने बताया कि2020 से मेरी जिंदगी में ‘भूचाल’ तब आया जब गाजियाबाद में तैनात कमांडेंट मनीष दूबे की ‘इंट्री’ हुयी। मनीष दूबे और ज्योति मौर्या की दोस्ती फेसबुक के माध्यम से हुयी और दोनों एक-दूसरे के करीब आ गयें। मनीष दूबे पहले से ही शादी-शुदा है। पहली पत्नी से छह दिनों तक संबंध रखने के बाद उसे भी तलाक देना चाहता है,जिसका पारिवारिक न्यायालय में मुकदमा चल रहा है।
आलोक मौर्या ने बताया कि उनकी पत्नी ज्योति मौर्या शुगर मिल,बरेली में सहायक प्रबंधक हैं। पत्नी ने अपने मोबाइल में मनीष दूबे के नंबर पर ए.एसीएम. डी नाम से सेव कर रखा है ताकि किसी को शक ना हो कि उसका कमांडेंट मनीष दूबे के साथ प्रेम-प्रसंग का खेला चल रहा है। यह सिलसिला लगभग दो वर्ष से चल रहा है। मेरे होश तब उड़ गये जब मैंने व्हाटसअप चैटिंग में देखा कि यह लोग आपस में शादी करना चाहते हैं और शादी के लिये बाधा बन रहे आलोक मौर्या यानि मेरी हत्या करना चाहते हैं। 10 मार्च 2023 को ज्योति मौर्या ने मनीष दूबे को लिखा कि उस समय आपकी बात अधूरी रह गयी थी ? इस पर मनीष दूबे ने ज्योति मौर्या को व्हाटसअप चैटिंग कर लिखा कि हां, ‘मैं यह कहना चाह रहा था कि क्यों ना बीच से उसे हटा दिया जाये हमेशा के लिये,जो बार-बार हमलोगों को डिस्टर्ब कर रहा है…आलोक को…। इस पर ज्योति मौर्या ने जवाब दिया कि ‘हां’,फिर मनीष लिखते हैं कि कहानी ही खत्म कर दें उनकी…। ज्योति मौर्या जवाब देती हैं कि ‘सही कह रहे हैं.’..। इसी तरह मनीष दूबे और ज्योति मौर्या के बीच चली व्हाटसअप चैटिंग की लगभग 100 पन्नों की शर्मनाक बातें आलोक मौर्या ने द संडेे व्यूज़ को सौंपा है। आलोक मौर्या ने बताया कि 22 फरवरी 2023 को आलोक मैं बिना ज्योति को बताये अपने सरकारी आवास एलनगंज पहुंचा जहां पर उन्होंने दरवाजा खोला तो देखा कि मनीष दूबे और ज्योति मौर्या पहले से ही बेडरुम में उपस्थित थे। यह देखकर मनीष दूबे ने तुरंत हमला किया लेकिन किसी तरह मैं अपनी जान बचाकर भागा। उस दिन के सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है।व्हाटसअप चैटिंग देखने के बाद एक बात तो समझ आ रही है कि दोनों शादी करना चाह रहे हैं लेकिन किसी की हत्या कर ‘शादी के मंडप’ पर बैठने का मनीष दूबे का सपना ठीक उसी तरह है जैसे एक ‘मनोरोगी’ अपनी कल्पना में ‘मनचाही कहानियां’ बसा लेता है। देखा जाये तो आलोक मौर्या किस्मत वाले हैं जो उन्होंने मनीष दूबे और ज्योति मौर्या द्वारा खुद की लिखी जा रही’ मर्डर स्क्रीप्ट’ को पढ़ लिया वर्ना …। आलोक मौर्या द्वारा दिये गये दस्तावेजों पर रविवार को जब कमांडेंट मनीष दूबे के मोबाइल 9193333490 व 8812798022 एवं पीसीएस ज्योति मौर्या के मोबाइल 9453423719 पर कई बार संपर्क किया गया लेकिन दोनों ने कॉल रिसीव नहीं किया।
बहरहाल, आलोक मौर्या अपनी फरियाद सभी जगह पहुंचा रहे हैं और देखना है कि बेगुनाह पति की हत्या की योजना बनाने वाले वर्दीधारी मनीष दूबे और भ्रष्टाचार की आकंठ में डूबी महिला अधिकारी ज्योति मौर्या के खिलाफ कार्रवाई होती है या पारिवारिक मामला बताकर दबा दिया जाता है। बात जो भी हो,खाकी की नजरों में सबूत सबसे अहम् माना जाता है और दस्तावेज चीख-चीख कर बता रहे हैं कि एक वर्दीधारी के चक्कर में फंसी एक पत्नी अपने ही पति की हत्या कराने के लिये हां कह रही है। इसे घोर कलयुग ही कहा जाये कि जिस पति ने एक बेहद गरीब घर से आयी ज्योति मौर्या के हर ख्वाहिशों को पूरा किया,यहां तक की उसके पीसीएस बनने के सपने को पंख लगाया,आज वही अपने पति की हत्या कराना चाह रही है वो भी ऐसे इंसान के लिये जिसका खुद का चरित्र सही नहीं है। वो इंसान जिसने सिर्फ एक हफ्ते में अपनी पत्नी को तलाक देने का फैसला सुना दिया,वो भी सिर्फ पैसों के लिये। बकौल मनीष दूबे की पत्नी… वो इंसान नहीं है…।
‘द संडे व्यूज़’ की ‘नजर’ इस खबर पर तो बनी ही रहेगी लेकिन सिलसिलेवार दिखाते रहेंगे कि पीसीएस ज्योति मौर्या ने किस-किस तरह के फर्र्जीवाड़े किये हैं और शासन के अधिकारियों की मिलीभगत से कैसे अपने फर्जीवाड़े की पत्रावली दबवाने में कामयाब रहीं। ज्योति मौर्या के उस डायरी का भी राज खोलेंगे,जिसमें उन्होंने अपनी राईटिंग में हर माह आने वाली वसूली की मोटी रकम लिखी हैं। ये भी बतायेंगे कि पीसीएस बनने से पहले वो किस तरह सरकार की आंख में धूल झोंकती रहीं…।