बिजली कर्मचारियों की हड़ताल के कारण प्रदेश में लगातार संकट गहरा रहा है। कई जिलों से बिजली कट की समस्या सामने आ रही है। राजधानी लखनऊ में रह-रह कर बिजली कट रही है। पॉश इलाके गोमतीनगर के मुहल्लों में हर एक से 2 घंटे के अंतराल पर पावर कट हो रहा है। शुक्रवार- शनिवार की रात करीब 6 घंटे तक गोमतीनगर के विभिन्न इलाकों में बिजली गायब रही। शाम करीब साढे 7 बजे कटी बिजली रात के 1.45 बजे रिस्टोर हो पाई। राजधानी के अन्य इलाकों में भी कुछ इसी प्रकार की स्थिति देखी है।
शनिवार की सुबह से हर आधे से एक घंटे पर पावर कट हो रहा है। इसने लोगों को परेशान किया है। पावर कट और ट्रिप होने के बाद बिजली आपूर्ति को रिस्टोर करने में अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। हेल्पलाइन पर लगातार विभिन्न इलाकों से शिकायती कॉल आ रहे हैं। शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंच रही है। सोशल मीडिया पर भी इस मामले को जोरदार तरीके से उठाया जा रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इन तमाम मसलों को देखते हुए आपात बैठक का आयोजन किया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिजली आपूर्ति में किसी प्रकार की बाधा नहीं आने देने के निर्देश दिए हैं। बिजली विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किया गया है। उन्हें कहा गया है कि लोगों की ओर से आने वाली हर शिकायतें को सुना जाए। उसे दूर किया जाए। बिजली कर्मियों के हड़ताल के कारण आम लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। हालांकि, बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कार्यबल कम होने के कारण बिजली को रिस्टोर कराने में दिक्कत आ रही है।
बिजली कर्मियों की हड़ताल का असर प्रदेश के तमाम इलाकों में देखने को मिल रहा है। वाराणसी में बिजली संकट के कारण पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है। लोगों को पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। बांदा में बिजली संकट के कारण पानी की समस्या गहरा गई है। करीब 10 घंटे से बिजली गायब है। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। गुस्से में लोगों ने यहां सड़क जाम कर दिया। गुस्साए लोगों का कहना है कि बिजली नहीं आने से पानी के अभाव में बच्चे स्कूल नहीं जा पाए हैं। उनकी पढ़ाई बाधित हुई है। सोनभद्र से लेकर मिर्जापुर, बाराबंकी, उन्नाव कानपुर, गाजियाबाद समेत प्रदेश के तमाम इलाकों से पावर कट की खबरें सामने आ रही हैं।