पारा क्षेत्र में सपा के पूर्व पार्षद ने आरती श्रीवास्तव की जमीन का आंशिक भाग दूसरे को बेच दिया
योगी राज में सपा के पूर्व पार्षद जीतू यादव का फ्राड: पारा क्षेत्र में आरती श्रीवास्तव की आंशिक जमीन श्रीमती सोनी को बेच दिया
पीडि़त पक्ष आरती श्रीवास्तव ने एसडीएम से की शिकायत,बैठी जांच
एसडीएम ने तहसीलदार सदर को राजस्व,नगर निगम की टीम बनाकर जांच का दिया आदेश
इंस्पेक्टर पारा ने प्लाट पर कब्जा करने वाली सोनी को बुलाया लेकिन नहीं आयी…
सपा के पूर्व पार्षद का श्रीमती सोनी पर है वरदहस्त,इंस्पेक्टर,पारा के निर्देश की तौहीन कर दी सोनी
संजय पुरबिया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘जीरो टालरेंस’ का पाठ अधिकारियों को पढ़ा रहे हैं लेकिन राजस्व विभाग कतई अमल करने को तैयार नहीं। समाजवादी पार्टी के पार्षद देवेन्द्र सिंह यादव उर्फ जीतू के साथ मिलकर तहसील सदर में तैनात कानूनगो राजेश सिंह ने श्रीमती आरती श्रीवास्तव की जमीन पर श्रीमती सोनी पत्नी राहुल कुमार को आंशिक कब्जा करवा दिया है। इसके एवज में कानूनगो ने राहुल कुमार से कब्जा करवाने के एवज में रकम ले लिया है। पूर्व पार्षद और राहुल कुमार के फर्जीवाड़े के इस खेल में कानूनगो राजेश सिंह शामिल है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वो मौके पर जमीन की नपाई करने आया तो इसकी सूचना दूसरे पक्ष श्रीमती आरती श्रीवास्तव को नहीं दी। मौके पर सिर्फ पार्षद जीतू यादव लगभग चार दर्जन असलहाधारियों के साथ और कानूनगों एवं मुंशी मौजूद थे। बहरहाल, पीडि़त पक्ष श्रीमती आरती श्रीवास्तव एवं संजय कुमार श्रीवास्तव ने कानूनगो एवं सपा के पूर्व पार्षद जीतू यादव द्वारा जमीन कब्जा कराने की लिखित शिकायत एसडीएम,सदर से की है। एसडीएम ने इसकी जांच तहसीलदार,सदर को सौंपते हुये निर्देशित किया है कि राजस्व विभाग एवं नगर निगम की संयुक्त टीम बनाकर जांच कर आख्या दें…।
श्रीमती आरती श्रीवास्तव निवासी 549-263 का आरोप है कि उन्होंने पारस नाथ सिंह निवासी खरगापुर तहसील लखनऊ से गाटा संख्या 1633-2.9160 हेक्टेयर का आंशिक प्लाट एक हजार वर्गफिट का एक प्लाट 28 जनवरी 2010 को क्रय किया था,जिसका दाखिल 8 अप्रैल 2011 को करा लिया था। उक्त प्लाट पर प्रार्थिनी का कब्जा था और मैंने चारो तरफ पिलर लगवा दिया था। सब कुछ देखने के बाद भी श्रीमती सोनी पत्नी राहुल कुमार ने सपा के पूर्व पार्षद देवेन्द्र सिंह यादव उर्फ जीतू यादव के साथ मिलकर गाटा संख्या 1631 पर आंशिक प्लाट की रजिस्ट्री करवा कर कब्जा कर लिया है। मेरे प्लाट पर आंशिक कब्जा करने की जानकारी होने पर इसकी शिकायत 17 दिसंबर 2022 को उप-जिलाधिकारी सदर से की। उन्होंने अवैध कब्जा हटवाने के लिये क्षेत्रीय लेखपाल को निर्देश दिया कि मौके पर जाकर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करें।
इस पर लेखपाल अनुप शुक्ला ने 22 दिसंबर को जमीन की नपाई की और मेरे प्लाट से अवैध कब्जा हटवाने के लिये पूर्व पार्षद,केसरीखेड़ा जीतू यादव को कहा लेकिन कब्जा नहीं हटाया गया बल्कि वे लोग गुंडई पर उतारू हो गये। इसकी सूचना इंस्पेक्टर पारा को दी गयी। उन्होंने दूरभाष द्वारा मेरे प्लाट पर काबिज श्रीमती सोनी को अवगत कराया लेकिन वे आना मुनासिब नहीं समझीं। एक तरह से उन्होंने थाना पारा थाना के इंस्पेक्टर को भी हल्के में ले लिया।
पत्र में आरोप लगाया गया है कि पूर्व पार्षद के कहने पर 23 फरवरी 2023 को तहसील,सदर के कानूनगो राजेश सिंह द्वारा स्वेच्छा से जमीन की पैमाईश की गयी। श्रीमती आरती ने आरोप लगाया है कि कानूनगो राजेश सिंह ने जमीन की नपाई करने की सूचना भी मुझे नहीं दी,उन्होंने अकेले सपा सभासद के साथ मिलकर गलत तरीके से जमीन की पैमाईश कर रिपोर्ट विभाग को भेज दिया है।
श्रीमती आरती श्रीवास्तव ने मांग की है कि कानूनगो की रिपोर्ट फर्जी है,इसे खारिज कर दिया जाये और ईमानदार कर्मचारियों की टीम भेजकर जांच करायी जाये। इसी तरह,योगी राज में सपा के पूर्व पार्षद जीतू यादव से मेरी जमीन को मुक्त कराकर इनके खिलाफ भी खख्त कानूनी कार्रवाई की जाये। श्रीमती आरती श्रीवास्तव ने बताया कि ईमानदार एसडीएम से न्याय मिलने की पूरी संभावना है।