माॅं पीतांबरा देवी के महायज्ञ में आहुति देने पहुंचे थे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव
भारतीय जनता युवा मोर्चा (लखनऊ महानगर) के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का विरोध कर नारेबाज़ी की, काले झंडे दिखाकर शक्ति प्रदर्शन किया
अक्षत श्री.
लखनऊ। 28 जनवरी,शनिवार को लखनऊ में माॅं पीतांबरा देवी के महायज्ञ में आहुति देने पहुंचे थे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, मगर सियासत की आग भड़क पड़ी और भारतीय जनता युवा मोर्चा (लखनऊ महानगर) के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का विरोध करते हुए नारेबाज़ी की एवं काले झंडे दिखाकर शक्ति प्रदर्शन किया।
दरअसल, इस सियासी यज्ञ की शुरुआत सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस की एक चौपाई पर आए विवादित बयान से हुई थी। बयान के बाद कई राजनैतिक दलों में आक्रोश आ गया और सपा से विधान परिषद सदस्य के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग उठने लगी।
इसी बीच 28 जनवरी को जब अखिलेश यादव माॅं पीतांबरा देवी के महायज्ञ में आहुति देने पहुंचें तभी भाजयुमो (लखनऊ महानगर) अध्यक्ष, मानवेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में भाजपा नेता अमित त्रिपाठी एवं उनकी कार्यकर्ताओं की टीम ने अखिलेश यादव का जमकर विरोध किया। कहा कि हम सनातन धर्म के खिलाफ़ कोई भी आपत्तिजनक टिप्पणियां सहन नही करेंगे।
सूत्रों से पता लगा की वहां मौजूद पुरोहित ने बताया की अखिलेश यादव ने मंदिर की उलटी परिक्रमा लगाई एवं अपने नाम के नारे तक लगवाए।अमित त्रिपाठी ने बताया की हम तब तक शांत नही बैठेंगे जब तक स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्यवाही न हो जाए, हमारी आवाज़ सदैव ही भारत के हित में बुलंद रही है और आगे भी रहेगी।