पहले भी छात्र कर चुके हैं आत्मदाह की कोशिश
छात्रों ने लगाया सुरक्षाकर्मियों पर आरोप
संवाददाता
प्रयागराज । छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच सोमवार को टकराव और आगजनी के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एक बार फिर छात्र आंदोलन को हवा मिल गई है। फीस वृद्धि और छात्रसंघ बहाली को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे छात्रों की मांग अनसुनी करने और उन पर मुकदमे लादे जाने से छात्र पहले से ही नाराज थे। छात्रनेता विवेकानंद पाठक का सिर फटने की घटना ने आग में घी का काम किया। छात्रों के आक्रोश के पीछे इवि के छात्रसंघ भवन गेट पर लटका ताला भी था, जो कई उग्र आंदोलनों की शुरुआत की वजह बना।
आपको बता दें सोमवार को पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी की वजह भी यही गेट बना। छात्रसंघ बहाली और फीस वृद्धि को लेकर छात्र पिछले चार महीने से आंदोलन कर रहे हैं। दो बार छात्र आत्मदाह की कोशिश भी कर चुके हैं। कई बार कुलपति कार्यालय पर छात्रों ने भारी उपद्रव भी किया पर छात्रों ने कभी हिंसा का सहारा नहीं लिया था। प्रदर्शनकारी छात्रों पर इवि की ओर से दर्जनों मुकदमे लादे गए थे। कुलपति एक बार भी छात्रों से वार्ता के लिए नहीं आईं। यह मामला लोकसभा में भी उठाया जा चुका है।