मुंबई।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हर साल गणेश चतुर्थी समारोह के लिए मुंबई जाते हैं। इस बार भी वे 5 सितंबर को मुंबई दौरे पर जाने वाले हैं। बता दें कि इस बार गणेश चतुर्थी उत्सव 31 अगस्त से 9 सितंबर के बीच मनाया जा रहा है। ऐसे में शाह की मुंबई यात्रा के कई मायने भी निकाले जा रहे हैं। वे इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर सकते हैं। हालांकि शाह की इस यात्रा का जो प्रमुख राजनीतिक एजेंडा होने वाला है वह है बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आगामी चुनाव।
भाजपा के वरिष्ठ सूत्रों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि शाह पार्टी की महाराष्ट्र और मुंबई इकाई के नेताओं के साथ सिलसिलेवार बैठक करेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, जब मोदी और शाह की बात आती है, तो फिर कोई छुट्टी नहीं होती है। इसलिए, अगर ऐसा लगता है कि वह लालबागचा राजा मुंबई के सबसे पुराने गणेश मंडलों में से एक की पूजा करने के लिए मुंबई आ रहे हैं, तो वह राज्य कोर कमेटी टीम के साथ कई बैठकें करेंगे सूत्रों ने कहा कि शाह अगले 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव के रोडमैप पर भी चर्चा करेंगे। लेकिन फोकस बीएमसी के 227 वार्डों पर होगा। सूत्रों ने कहा कि राज्य के नेताओं के साथ उनकी बैठक का उद्देश्य दुनिया की सबसे अमीर नगपालिका यानी बीएमसी की लड़ाई में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना का मुकाबला करने के लिए कैडर को सक्रिय करना है। ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर रुका हुआ चुनाव जनवरी-फरवरी 2023 में होने की संभावना है।
शिवसेना ने पिछले 30 वर्षों भाजपा के साथ गठबंधन में और बाद में स्वतंत्र रूप से बीएमसी का कंट्रोल अपने पास रखा है। लेकिन अब महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना के मुंबई के कई विधायकों ने भी अपना पाला बदल लिया है। तो ऐसे में उद्धव ठाकरे के लिए राह आसान होने वाली नहीं है। भाजपा इसका पूरा लाभ उठाने के प्रयास में है। शिवसेना, जिसे मोटे तौर पर मुंबई की पार्टी के रूप में देखा जाता है, इसलिए उसकी सबसे प्रमुख ताकत भी नगर निकाय को अपने नियंत्रण में रखने से ही है।
ठाकरे से सरकार का नियंत्रण छीनने के बाद, भाजपा अब बीएमसी पर शिवसेना की पकड़ को हटाना चाहती है। 2017 में, पहली बार, बीजेपी शिवसेना के 85 के मुकाबले 82 सीटें जीतकर करीबी मुकाबले में आई थी। अब शिंदे सेना के साथ मिलकर भाजपा उद्धव ठाकरे के प्रभाव को कम करना चाहती है। बीजेपी सूत्रों ने कहा कि कुछ शिवसेना पार्षदों के भाजपा में शामिल होने की उम्मीद है। सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व की ओर से राज्य इकाई को संदेश है: “हमें प्रचंड बहुमत से बीएमसी को जीतना है।” शाह के मुंबई दौरे की पुष्टि करते हुए, पार्टी के एक महासचिव ने कहा, “भाजपा-शिंदे सेना की सरकार बनने के बाद, शाह की मुंबई की यह पहली यात्रा होगी।”