कानपुर।
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान पर कोर्ट से सजा की फाइल लेकर भागने का आरोप लगा है। जानकारी के मुताबिक अवैध हथियार के एक पुराने मामले में शनिवार को कानपुर की एक अदालत ने सचान को दोषी करार दिया था। इससे पहले की सजान को कोर्ट सजा सुनाती, आरोप है कि वो अपने वकील की मदद से सजा की मेन फाइल लेकर फरार हो गए। यही नहीं उनपर ये भी आरोप है कि वो जमानत मुचलका भरे ही कोर्ट से बाहर भाग गए। कोर्ट की पेशकार की तरफ से राकेश सचान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई है। जानकारी के मुताबिक शनिवार दोपहर से सचान किसी के संपर्क में नहीं हैं। लखनऊ स्थित उनकी कोठी पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी नहीं पता कि मंत्री जी कहां गए हैं।

आरोप है कि साल 1991 में पुलिस ने राकेश सचान के पास से अवैध हथियार बरामद किया था। उस वक्त राकेश सचान समाजवादी पार्टी के नेता हुआ करते थे। इस मामले में राकेश सचान के खिलाफ सशस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया था। इसी मामले में शनिवार को कानपुर की उपर मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट की कोर्ट में सुनवाई चल रही थी। कोर्ट ने सुनवाई के बाद राकेश सचान को दोषी पाया। कोर्ट राकेश सचान को सजा सुनाने की तैयारी में थी। उससे पहले कोर्ट ने बचाव पक्ष से सजा पर बहस करने को कहा।
इस बीच राकेश सचान अचानक दोष सिद्धि के आदेश वाली फाइल लेकर ही गायब हो गए। फाइल लेकर राकेश सचान के गायब होने की खबर जैसे ही अदालत को लगी वैसे ही अदालत और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। इस मामले में पुलिस के आला अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं। देर रात ज्वाइंट कमिश्नर ने बताया कि कोर्ट की रीडर कामिनी की तरफ से शिकायत मिली है। मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में राकेश सचान पर एफआईआर दर्ज कब होगी इसको लेकर भी फिलहाल पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है।