संजय पुरबिया
लखनऊ। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिये गये 100 डेज प्लान के हीरो बन गये हैं। उन्होंने एक के बाद एक उपलब्धियों की झोली खोलकर कल मीडिया सेंटर में पत्रकारों के सामने रखा। उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग ने कुल 11 लक्ष्य निर्धारित किये थे जिसे 100 दिनों में शत- प्रतिशत हासिल कर लिया गया है। परिवहन निगम ने 647 जनरथ बसों के द्वारा प्रदेश के सभी जनपदों को राजधानी लखनऊ से जोड़ा गया है। निगम द्वारा 150 नई बसों को अपने बस बेड़े में सम्मिलित करने के लिये कार्यादेश जारी कर दिया गया है, जिसमें से वर्तमान तक 148 बसें बन चुकी है। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के अंतर्गत 75 बसों को अगस्त क्रान्ति,नौ अगस्त के दिन शहीदों के नाम पर राजधानी से विभिन्न जनपदों को जोड़े जाने की योजना है, जिसका शुभारम्भ मुख्यमंत्री द्वारा किया जायेगा।
श्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि परिवहन निगम के 84 मुख्य बस स्टेशनों पर लघु मरम्मत सहित रंगाई, पुताई इत्यादि का काम अपने आंतरिक संसाधनों के माध्यम से किया गया है। 60 बस स्टेशनों पर निविदा स्वीकृत है जिनका लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है, शेष 24 बस स्टेशनों का निविदा हेतु कार्य प्रक्रियाधीन है। शादी- विवाह मेले आदि प्रयोजनों के लिये एक सप्ताह की अवधि के लिये स्पेशल परमिट जारी करने में स्वत: अनुमोदन की व्यवस्था शासन द्वारा नौ जून से पूरे प्रदेश में लागू है। इस प्रकार के परमिटों के लिये लोगों को अब आरटीओ कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि वाहन स्वामीकिसी भी दिन,अवकाश के दिनों में भी, स्पेशल परमिट ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान व्यवस्था के अंतर्गत आरटीओ कार्यालय द्वारा परमिट प्रिंट करके डाक के माध्यम से वाहन स्वामियों को परमिट भेजे जाने की व्यवस्था थी, जिसमें एक सप्ताह से 10 दिन का समय लगता था लेकिन नई व्यवस्था के अंतर्गत डिजिटल हस्ताक्षर की व्यवस्था उपलब्ध होने से वाहन स्वामी स्वयं परमिट ऑनलाइन माध्यम से वाहन पोर्टल से ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं। आर्टीफ ीसियल इन्टेलीजेन्स आधारित लर्नर लाइसेन्स की व्यवस्था 18 अप्रैल से पूरे प्रदेश में लागू कर दी गयी है, जिससे प्रदेश के लोगों को डीएल बनवाने में काफ ी सुविधा मिली है। उन्हें अब डीएल बनवाने के लिये आरटीओ कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा कि 27 जून को एक महत्वाकांक्षी योजना एक मुश्त शास्ति समाधान योजना परिवहन विभाग ने पहली बार लागू की है। इसके अंतर्गत 1 अप्रैल या उसके पूर्व पंजीकृत व्यावसायिक वाहनों की बकाये की धनराशि में शत- प्रतिशत पेनाल्टी की छूट प्रदान की गयी है। वाहन स्वामी इस राशि को एकमुश्त या तीन किश्तों में जमा करके अतिरिक्त पैसे देने से बच सकता है। उन्होंने कहा कि वाहन स्वामी अधिक से अधिक इस योजना का लाभ उठायें। इस योजना से एक तरफ जहां वाहन स्वामियों को अतिरिक्त धन नहीं देना पड़ेगा वहीं परिवहन विभाग को अपना बकाया मूलधन प्राप्त हो सकेगा, जिस धन का उपयोग हम अन्य कार्यों में कर सकेंगे। फि रोजाबाद एवं उरई में सारथी हाल का लोकार्पण किया जा चुका है। यहां पर डीएल के आवेदकों की सुविधा के लिए सभी व्यवस्थायें एक परिसर में की गई हैं। इससे प्रदेश के लोगों को डीएल बनवाने एवं कर्मचारियों को कार्य सम्पादन में काफ ी सुविधा होगी।
सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत वाहनों के फि टनेस हेतु आटोमेटेड टेस्टिंग की व्यवस्था की गयी है। इससे सभी जनपदों में वाहनों के फिटनेस की मैनुअल व्यवस्था स्वत: समाप्त हो जायेगी और आटोमेटेड तरीके से ही फिटनेस की कार्यवाही पूर्ण की जायेगी। सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत ही झांसी, बरेली, अलीगढ़ में डी.टी.आई. एवं बरेली में ए.डी.टी.टी. का लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि इन डी.टी.आई. के आटोमेशन एवं संचालन के लिये जल्द ही ई- टेन्डरिंग की कार्यवाही प्रारम्भ की जायेगी। आजमगढ़ एवं प्रतापगढ़ में ए.डी.टी.टी. का निर्माण चल रहा है जिसे एक वर्ष की कार्ययोजना के अंतर्गत पूरा कर लिया जायेगा।