सूत्रों के मुताबिक, कमीशन की कार्यवाही के दौरान नमाज वाली जगह पर हॉलनुमा बड़े कमरे की छत से लेकर फर्श तक की नक्काशी व कलाकृतियों ने हर किसी को चौंकाया। कई आकृतियां ऐसी थीं, जो वादी पक्ष को रुककर देखने और उसकी फोटो और वीडियोग्राफी कराने पर विवश कर रही थीं।
अदालत के आदेश के बाद 14 मई को कड़ी सुरक्षा के बीच ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में कमीशन की कार्यवाही शुरू हुई। दो कमरों के ताले तो खुल गए, लेकिन तीसरे कमरे का ताला काटकर सर्वे करना पड़ा। चौथे कमरे में दरवाजा ही नहीं है। पहले दिन चार घंटे में 50 फीसदी कार्यवाही पूरी हुई। 15 मई को दूसरे दिन ज्ञानवापी में गुंबद, वजू खाने और दीवारों का सर्वे किया गया। लगभग 80 फीसदी कार्यवाही पूरी हुई। तीसरे और अंतिम दिन 16 मई को वजू खाने का पानी निकालकर सर्वे के दौरान शिवलिंग मिलने की बात कही गई।
इस दौरान हिंदू पक्ष के वादी व अधिवक्ताओं ने खुशी जताई। वादी पक्ष के अधिवक्ताओं का कहना है कि 15 सौ से अधिक तस्वीर और वीडियो में ज्ञानवापी की पूरी हकीकत दर्ज है। कोर्ट में पूरी रिपोर्ट रखने के बाद प्रकिया आगे बढ़ेगी।
विश्व वैदिक सनातन के संघ के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह बिसेन ने दावा किया कि कमीशन की कार्यवाही के दौरान सोमवार को ज्ञानवापी परिसर में 12.5 फुट का शिवलिंग मिला है। वादी पक्ष के पैरोकार बिसेन ने बताया कि, हमारी तबीयत ठीक नहीं थी। इस नाते वे ज्ञानवापी में आज हुई कमीशन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले पाए। लेकिन, सहयोगियों ने शिवलिंग मिलने की जानकारी दी।
जितेंद्र सिंह बिसेन ने मांग की है कि शिवलिंग की सुरक्षा के लिए फोर्स बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि सुनवाई लंबी नहीं चलेगी। हमें अपना अधिकार जल्द मिलेगा। उनके नेतृत्व में पांच महिलाओं ने याचिका दायर की थी। इसकी सुनवाई के दौरान हुए आदेश पर कमीशन की कार्यवाही हुई।
ज्ञानवापी परिसर स्थित श्रृंगार गौरी व अन्य देवी देवताओं के विग्रहों की रक्षा और नियमित दर्शन के लिए इजाजत मांगी गई थी। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि अपनी भावनाओं पर काबू रखें। हमारी लड़ाई सांविधानिक है। प्रतीक्षा बहुत लंबी नहीं करनी पड़ेगी।
अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने कहा कि जिसे शिवलिंग बताया जा रहा है, वह पानी के फव्वारे के पास का एक हिस्सा है। जितनी भी पुरानी मस्जिदें हैं, उन सभी जगहों पर काले या सफेद पत्थर युक्त पानी का फव्वारा होता है। अदालत ने हौद को सील करने का आदेश दिया है। मसला अदालती है, इस नाते क्या कहा जाए। सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई होगी।हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन ने कहा कि मैं शिवलिंग की पूरी लंबाई नहीं बता पाऊंगा। इतना दावे के साथ कह सकता हूं कि लंबा-चौड़ा है। सर्वे के दौरान शिवलिंग दिखते ही मैं कोर्ट चला गया। उस जगह को सुरक्षित करने के लिए प्रार्थनापत्र दिया।
अधिवक्ता आयुक्त अजय कुमार मिश्र ने कहा कि ज्ञानवापी परिसर में लगातार तीसरे दिन कमीशन की कार्यवाही की गई। रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। अदालत ने रिपोर्ट जमा करने के लिए 17 मई का समय दिया है। कोशिश पूरी है कि मंगलवार को रिपोर्ट जमा कर दें। कोई दिक्कत आती है तो अदालत से समय मांगेंगे। वजूखाने का पानी निकालकर वीडियोग्राफी कराई गई है।