भर्ती को लेकर मीडिया में बयान बाजी पर धर्मवीर नाराज,कौन छपवाता है ऐसी भ्रामक खबरे?

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भर्ती को लेकर मीडिया में बयान बाजी पर धर्मवीर नाराज,कौन छपवाता है ऐसी भ्रामक खबरे ?

प्रदेश भर के अधिकारियों को आज किया तलब, होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति ‘अभिभावक’ के बाद अब ‘सिंघम’ के अवतार में…

मुख्य सचिव और होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति की नाराजगी पर गरमाया माहौल,किस पर गिरेगी गाज ?

मीडिया में बिना मंत्री के जानकारी के जारी कर दिये गये आदेश,पटकार लगने पर फिर वापस किया आदेश…

भर्ती को लेकर मीडिया में बयानबाजी पर धर्मवीर प्रजापति नाराज,किसने कहा होमगार्ड की भर्ती पुलिस प्रोन्नत बोर्ड करेगा ?

   संजय पुरबिया

लखनऊ। सोमवार का दिन बहुत ही नाटकीय घटनाक्रम से भरा रहा, जिसमे तीन मुख्य घटनाएं इस प्रकार हैं।

1- एक दैनिक अखबार में छपी खबर की शीर्षक बढ़ता ही जा रहा होमगार्ड विभाग में भर्ती का इंतजार 

2-अपर मुख्य सचिव होमगार्ड ,अनिल कुमार का मुख्यालय के अधिकारियों को फ रमान : समस्त अधिकारी कृपया ध्यान दें कि उक्त प्रस्तुतीकरण में प्रस्ताव प्रस्तुत किये गये हैं, जिन पर कार्यवाही सक्षम स्तर से अनुमोदन के उपरांत ही की जा सकेगी। अत: इस प्रस्तुतीकरण के किसी भी अंश को किसी भी व्यक्ति से, संगठन के अधीनस्थ कार्मिकों, होमगार्ड स्वयं सेवकों से अथवा मीडिया से किसी भी प्रकार से साझा नहीं किया जाना है।

3- डीजी विजय कुमार का आदेश- जिसमे विजय कुमार को खुद अपना ही जारी किया हुआ आदेश निरस्त करना पड़ा है।
ये तीन घटाएं अलग- अलग हैं मगर इनका सबका आपस में संबंध है, जो साफ इशारा करता है कि होमगार्ड मुख्यालय और शासन में सब कुछ ठीक नहीं है। इतना ही नहीं, मंत्री धर्मवीर प्रजापति को गुमराह भी किया जा रहा है । मुख्यमंत्री जी ने 100 दिन की कार्ययोजना बनवायी तो बिना मंत्री धर्मवीर प्रजापति के अनुमोदन के अनिल कु मार और विजय कुमार ने होमगार्ड की भर्ती की बात उसमे शामिल कर ली और परिचयात्मक बैठक के बहाने इस बात को कार्ययोजना में शामिल कर लिया। जब तक मंत्री जी इसको समझ पाते, हर रोज मुख्यालय के अधिकारी अखबारों में निकलवाने लगे की हजारों होमगार्ड की भर्ती होने वाली है।


भर्ती के नाम पर दलाली का धंधा अभी से शुरू । मंत्री धर्मवीर प्रजापति पहले चीजों को समझना चाहते हैं और फिर कोई काम करना चाहते हैं। मगर डीजी विजय कुमार नही चाहते की मंत्री जी विभाग में कुछ रुचि लें बल्कि ये जल्द से जल्द भर्ती करवा कर लंबा पैसा बनाना चाहते हैं । इनको यह भी पता है की कभी भी इनसे होमगार्ड जैसी मलाईदार पोस्टिंग से हटाया जा सकता है। अखबार की इस खबर ने तहलका मचा दिया और विभाग में चर्चा शुरू हो गयी को आखिर मंत्री जी के होते हुये किसने मीडिया को बताया की मंत्री जी भर्ती करवाने में सक्षम नहीं हैं? इसीलिये पुलिस प्रोन्नत बोर्ड होमगार्ड की भर्ती करेगा…। मंत्री जी की नाराजगी के बाद इसी बात को लेकर अनिल कुमार ने अधिकारियों को फ रमान जारी किया कि जो प्रस्ताव मुख्यमंत्री के पास भेजा गया है उसको लेकर कोई भी बयानबाजी मीडिया में नही होनी चाहिये ।

अगर बात करें डीजी साहब की तो विजय कुमार के बारे में आम चर्चा ये है की ये अपने मतलब के काम में ही रुचि लेते हैं पूरा समय अपने होटल के कारोबार और बिजनेस में देते हैं। विजय कुमार कई बार अपने आदेश को खुद ही वापस कर चुके हैं। इन्हें कभी भी आत्मग्लानी नही हुयी की वे अपने ही आदेश को बाद में निरस्त करते हैं …। खूब चर्चा है कि विजय कुमार ने मुख्यालय के ही एक सजातीय अधिकारी के कहने पर एक आदेश जारी कर दिया जिसमे होमगार्ड का नाम कांस्टेबिल और खुद का नाम महानिदेशक रखवा दिया। जबकि ऐसे आदेश जारी करने के लिये बाकायदा शासन और मुख्य सचिव की अनुमति चाहिये होती है। ये तो बिलकुल वही बात हो गयी जैसे डीजी विजय कुमार एक आदेश पारित कर दें की आज से उनका नाम विजय कुमार नही बल्कि योगी आदित्य नाथ है और वो डीजी ,होमगार्ड नही मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश हैं। डीजी विजय के इस बेवकूफ ी भरे आदेश की बात जब मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री कार्यालय और मुख्य सचिव तक पहुंची तब मुख्य सचिव ने अपर मुख्य सचिव अनिल कुमार को तलब कर लिया। इसके बाद अनिल कुमार ने डीजी विजय कुमार की जमकर क्लास लगायी ।

इस पूरे प्रकरण की जानकारी मंत्री जी को नहीं थी । किसी ने यह वाजिब नहीं समझा की एक बार मंत्री जी से पूछ लिया जाये कि कुछ इस तरह का प्रस्ताव तैयार किया गया है, इस पर कार्यवाही की ज़रूरत है या नहीं? चूंकि मंत्री जी ठोक बजा कर फैसला लेते हैं इसलिये उनसे छुपाये हुये ये आदेश जारी कर दिया गया। जब इन सब बातों की जानकारी मंत्री धर्मवीर प्रजापति को मिली तो तुरंत उन्होंने प्रदेश भर के सभी अधिकारियों को मुख्यालय पर तलब कर लिया। मंत्री जी धार्मिक व्यक्ति हैं मगर जब आंच उनकी छवि पर आती है तो वे अभिभावक से सीधा सिंघम के अवतार में आ जाते हैं। मंत्री जी द्वारा जल्द ही कुछ बड़ा और कठोर कदम उठाये जाने की बात इस समय होमगार्ड विभाग में चर्चा का विषय बना है । आज की बैठक में कई कड़े आदेश निर्देश जारी किए जा सकते हैं। । मुख्यमंत्री की मीटिंग के बाद मुख्यालय पर मीटिंग कही इस और इशारा तो नही कर रहा की कुछ अधिकारियों को मुख्यालय से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।

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