संवाददाता
लखनऊ। मां भगवती के रूप में शक्ति उपासना का पावन पर्व शुरू होने वाला है। बाजार से लेकर मंदिरों तक में रौनक छाई है। दो अप्रैल से शुरू हो रहे नवरात्र में मां के नौ रूपों का पूजन कर सुख-समृद्धि की कामना की जाएगी। शक्ति की उपासना चैत्र मास के प्रतिपदा से नवमी तक की जाती है।
इस वर्ष चैत्र नवरात्र की शुरुआत दो अप्रैल से है और नवमी 10 अप्रैल को होगी। वहीं, नवरात्र व्रत का पारण 11 अप्रैल को किया जाएगा। शनिवार के दिन चैत्र नवरात्र का आरंभ होने से मां दुर्गा देवी का आगमन घोड़े पर हो रहा है। घोड़े पर मां दुर्गा सवार होकर आती हैं तो युद्ध के हालात बनते हैं।
इस बार चैत्र नवरात्र पूरे नौ दिनों की होगी। इस दिन चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि रहेगी। चंद्रमा मीन राशि में रहेगा रेवती नक्षत्र और व इंद्र योग बन रहा है। इसी दिन नवसंवत्सर विक्रम संवत 2079 से नल नाम का संवत्सर शुरू होगा। इसी दिन घटस्थापना की जाएगी। नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा जीवन में सुख समृद्धि और शांति लाती है।
नवरात्र में घट स्थापना, जौ बोने, दुर्गा सप्तशती का पाठ, हवन व कन्या पूजन करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं। ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल के अनुसार, चैत्र की प्रतिपदा एक अप्रैल को सुबह 11:53 से शुरू होकर दो अप्रैल को सुबह 11:58 पर समाप्त हो रही है। दुर्गा पूजन के लिए इस वर्ष घट स्थापना मुहूर्त शनिवार दो अप्रैल को सुबह 5ः56 से 8:31 में एवं अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11ः45 से 12ः35 करना श्रेष्ठ है।