यूपी जीतते ही योगी अपने साथियों के साथ मंच पर होली खेल रहे हैं। एक दूसरे पर भगवा गुलाल डाले जा रहे हैं और सब हुरिहारे मिलकर अपनी प्यारी होली गाए जा रहे हैं। योगीरा सा रा रा रा, मोदीरा सा रा रा रा, जोगीरा सा रा रा रा, मोदीरा सा रा रा रा, भाजपा सा रा रा रा रा,…हिंदू राष्ट्र सा रा रा रा…डबल इंजन पर सवार होकर डबल पिचकारी लेकर योगी-मोदी की जुगल जोड़ी ने इस बार इस कदर होली खेली है कि जिसके आगे नंदगांव-बरसाने की परंपरागत लठामार होली भी बेकार नजर आती है!
मोदी ने तो पहले ही कह दिया था कि इस बार दस मार्च को होगी होली और दस मार्च को ही होने लगी! कांग्रेस की पिचकारी खाली-खाली, अखिलेश की पिचकारी बिना रंग वाली, लेकिन योगी की पिचकारी में रंग ही रंग! मोदी की पिचकारी में रंग ही रंग!संसद में मोदी के ग्वाल- बाल गाते रहे मोदी-मोदी! संसदीय दल की बैठक में गाते रहे मोदी मोदी मोदी मोदी मोदी मोदी मोदी मोदी मोदी!
छिप गए सारे नजारे की तरह छिप गई लाल टोपी और पीली जैकेट पीले दुपट्टे का पता नहीं कि कहां गए और कहां गए हरे रंग के बनवाए लड्डू!ऐसी खेली ‘डबल इंजन’ की सरकार के डबल-डबल बुलडोजरों ने होली कि साइकिल पटरी से उतरकर हुई पंक्चर!भगवा रंग ने सारी गरमी उतार दी! सारी चरबी उतार दी! अब सभी बैठे हैं कोप भवन में! सब रोते हैं शोक भवन में कि ‘ये क्या किया रे दुनिया वाले जहां के गम तूने हमें सारे दे डाले’!इधर ‘मोदी मोदी मोदी’ जपा जा रहा है, तो उधर वंशवाद का ‘उच्चाटन मारण’ मंत्रा जपा जा रहा है!
‘जी तेईस’ क्लब गा रहा है : मैडम जी जा जा जा! कुंवर जी जा जा जा! बिटिया जी जा जा जा और कांग्रेसी कबूतर कबूतरी ‘खतरा राग’ गाए जा रहे हैं कि इंडिया का विचार खतरे में, जनतंत्र खतरे में, आजादी खतरे में, क्योंकि हम खतरे में और मैडम से कहे जा रहे हैं: ‘अभी ना जाओ छोडकर अभी ये दिल भरा नहीं’
उधर लड़ने वाली लड़की न लड़ सकी, न अड़ सकी, सिर्फ बहुत-सों की जमानत जब्त करा सकी!
इस बार की होली ‘नंदगाव-बरसाने’ की लठामार होली से भी छह महीने पहले से ही शुरू हो गई थी और अब अगले चौबीस महीने चौबीस की होली भी शुरू हो चुकी है। मोदी ने अभी से शुरू कर दी है, गुजरात से अपनी होली! बाईस में ही चौबीस वाली होली!एक नहीं, दो नहीं, एक साथ चार-चार राज्यों की जनता ने खेली भगवा होली! मणिपुर, गोवा, उत्तराखंड, यूपी भर में होली! भगवा की होली! बुलडोजरिया होली!
डबल इंजन वाली होली के मुकाबले सिर्फ एक हुरियारे केजरीवाल ने खेली पंजाब में होली! एकदम ‘आम आदमी’ वाली होली! फ्री बिजली फ्री पानी की होली! कर्ज माफी की होली और जवाब में जनता ने कांग्रेस और अकालियों से खेली होली, भगत सिंह वाली होली, आंबेडकर वाली होली! ऐसी होली कि सिद्धू, चन्नी, बादल जूनियर, बादल सीनियर और अमरिंदर सब हुए साफ! रह कई ‘मान’ की तान और सिर्फ ‘आप आप आप’! अब तक था ‘उड़ता पंजाब, अब है ‘उठता पंजाब, नाचता पंजाब’!
यों हुरियारे खेलते रहे पूरे बरस जनता से होली होली होली! खेलते रहे ‘महंगाई महंगाई महंगाई महंगाई’! खेलते रहे ‘बेरोजगारी बेरोजगारी बेरोजगारी बेरोजगारी’! रोते रहे ‘किसान किसान किसान किसान’! रोते रहे ‘शहीद शहीद शहीद शहीद’! खेलते रहे ‘हिंदू हिंदू मुसलमान मुसलमान’! कोसते रहे विभाजनवादी राजनीति को लेकिन सिखाते रहे ‘हिजाब हिजाब हिजाब हिजाब’, पहले हिजाब फिर किताब! अदालत बोली कि ‘इसलाम में हिजाब नहीं’, तो ‘हिजाबवादी’ दौड़े सुप्रीम कोर्ट की ओर कि हमारे मौलिक अधिकार खतरे में, खतरे में!
इस बार की होली एक तरफ ‘हेट’ की होली थी, दूसरी ओर ‘सबका साथ सबका विश्वास सबका प्रयास सबका विश्वास’ की होली थी!‘हेट’ के रंग थे हजार, लेकिन विश्वास का रंग था ‘एक’ !अब तक तो होती थी अपने ‘ब्रजमंडल’ वाली होली! मेड इन इंडिया होली! इन दिनों हो रही है ‘ग्लोबल होली’!ग्लोबल हुरियारे हैं रूस के राष्ट्रपति पुतिन! बीस दिन से खेल रहे जेलेंस्की की और यूक्रेन की जनता से होली! रंगों की नहीं यह है टैंकों, मिसाइलों और गोलों की होली! योरोपीय धूल, धुएं की धुलेहडी!सबसे बड़े हुरियारे बने पुतिन! पुतिन ने खेली रूसी होली! बाइडन गाएं पुतिन की होली! नाटो वाले गाएं पुतिन की होली! शी जिनपिंग गाएं पुतिन की होली! जेलेंस्की की टोली रोए पुतिन की होली! टैंकों, मिसाइलों और गोलियों की होली!
इस होली के रंग अनेक! इस होली के ढंग अनेक! देख देख देख! बाईस में चौबीस का एडवांस शो देख! कश्मीर फाइल्स की ‘होली’ देख! पंडितों का नरसंहार देख!जोगीरा सा रा रा रा रा! जोगीरा सा रा रा रा रा ! मोदीरा सा रा रा रा रा!
मोदीरा सा रा रा रा रा! केजरीवाल सा रा रा रा रा!