पूर्वांचल के जीपीए प्रमोद कुमार पियक्कड़ ही नहीं रसिक मिजाज भी हैं,आफिस में लड़ा रहे थें जॉम
ग्राम अधिकारी आफिस में साथियों संग पी रहे थें शराब,वीडियो वायरल,मचा हडक़म्प
पिन्टू सिंह
बलिया। यूपी में ‘नई सरकार’ बनने की खुशी और ‘फगुवा’ की बयार ने मानों अधिकारियों को ‘मदमस्त’ कर दिया है। जिले में तैनात अधिकारियों पर इतनी खुमारी चढ़ी है कि वे ‘सूर्य अस्त‘ होने का भी इंतजार नहीं कर पा रहें और अपने कार्यालय में ही साथियों के साथ बैठकर ‘जाम से जाम‘ टकराने लगे हैं। हास्यापद तो यह है कि जाम टकराते फोटो खिंचवाने और ‘जीय राजा’ ‘जीय राजा‘ के अंदाज में वीडियो भी बना रहे हैं। जी हां,बलिया के सीयर विकास खण्ड में तैनात जीपीए ग्राम पंचायत अधिकारी प्रमोद कुमार मंजुल होली से पहले ही चुलबुल पाण्डेय बनकर आफिस में शराब परोसते देखे गये। प्रमोद जी सिर्फ ‘पियक्कड़बाज’ ही नहीं ‘रसिक मिजाज’ भी हैं। भईया ये हम नहीं बल्कि जजौली नंबर 2 की महिला प्रधान मालती सिंह लगा रही हैं। मालती सिंह को जैसे ही मालूम चला कि जीपीए प्रमोद दरूवल मामले में विभाग के अफसरों की नजरों में आ गया है तो उन्होंने भी मौके पर चौका मारा और डीएम को उसके भ्रष्टाचार सहित सभी के साथ दुव्र्यवहार करने का आरोप जड़ दिया। प्रमोद भाई सरकारी आचरण की नियमावली की मर्यादा तोडऩे पर बाबू तुम तो लंबे गये और महिला प्रधान ने जो आरोपों की झड़ी लगायी है...। समझ तो गये ही होगे की आगे क्या होगा…। वैसे ये तो पता चल ही गया होगा कि वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर साथ में शराब पीने वाले उन्हीं पियक्कड़ों ने वायरल किया होगा। अब आप सोचो कि वे आपके मित्र हैं या दुश्मन ...। हम तो यही कहेंगे की बुरा न मानो होली है…।
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सीयर विकास खण्ड के ग्राम विकास अधिकारी प्रमोद कुमार मंजूल अपने दफ्तर में साथियों संग झूम बराबर, झूम शराबी का पार्टी कर रहे थे। उन्हें क्या मालूम की दोस्तों के साथ चीयर्स करने के बाद उनका चेहरा कितना चियरा जायेगा…। वायरल वीडियो की खबर सोशल मीडिया में आने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। डीपीआरओ ने दोषी पाये जाने पर ग्राम विकास अधिकारीेेके प्रकरण पर जांच बैठा दी है। डीपीआरओ ने चीयर्स प्रकरण सहित ग्राम प्रधान द्वारा लगाये गये पंचायत भवन में घपलेबाजी सहित कार्यस्थल पर उसके आचरण की जांच अपर जिला पंचायत राज अधिकारी को सौंपते हुये मामले की रिपोर्ट शीघ्र भेजने का निर्देश दिया है। चीयर्स कर धूम मचाने वाले अधिकारी डीपीआरओ कार्यालय से संबद्ध कर दिये गये हैं। साथ ही उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता अर्ध औसत वेतन दिया जायेगा।
मामले की गंभीरता को देखते हुये डीपीआरओ अजय कुमार श्रीवास्तव ने ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया है। साथ ही उसके ऊपर जजौली नंबर 2 की महिला ग्राम प्रधान मालती सिंह द्वारा भ्रष्टाचार और कार्यस्थल पर भी शराब के नशे में सबके साथ दुव्र्यवहार करने के आरोपों की भी जांच बैठा दी गयी है। ग्राम विकास अधिकारी के वीडियो वायरल होने के बाद ग्राम प्रधान ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर उसके आचरण और पंचायत भवन के निर्माण में घपलेबाजी व कार्य मे लापरवाही का आरोप लगाया है। महिला प्रधान ने पत्र में लिखा है कि पंचायत भवन के पांच लाख रुपये सेक्रेटरी द्वारा पहले ही उतार लिये गये थे। उसके बाद प्रधान पर दबाव बनाकर पंचायत भवन का निर्माण कार्य शुरु कराया। लेकिन उसमें लागये गये सामान का भुगतान नहीं किया गया जिसकी वजह से दुकानदार प्रधान से तगादा करते थे। वीडियो वायरल होने के बाद ग्राम प्रधान को भी मौका मिला गया छक्का मारने का और उसने भी जिलाधिकारी को शिकायती पत्र लिखकर उक्त प्रकरण की जांच करने की मांग कर दी । मीडिया में खबर आने के अगले दिन डीपीआरओ ने ग्राम विकास अधिकारी प्रमोद कुमार मंजुल को निलंबित करते हुये पंचायत भवन में घपलेबाजी की जांच