लखनऊ पुलिस ने निगोहा के एक मकान से 145 गाड़ियां की बरामद

निवेशकों के करीब 42 हजार करोड़ रुपये हड़पने वाले बाइक बोट घोटाला मामले में लखनऊ पुलिस ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है। निगोहा स्थित एक मकान से निवेशकों की रकम से खरीदी गई 145 गाड़ियां बरामद की गई हैं जिसमें 28 मोटरसाइिकल शामिल हैं। लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि हाईप्रोफाइल घोटाले के लखनऊ कनेक्शन की जानकारी काफी दिनों से मिल रही थी। इस पर पुलिस के कुछ चुनिंदा अफसरों को इसकी पड़ताल के लिए लगाया गया था।

शुक्रवार रात जानकारी मिली कि निगोहा क्षेत्र में ब्रह्मदासपुर गांव के एक मकान में काफी मोटरसाइकिल खड़ी हैं। इन पर बाइक बोट लिखा हुआ है। इस लीड पर टीम ने छापेमारी करके सभी बाइक कब्जे में लिया। कमिश्नर में बताया कि माकन मालिक और एक ऑटोमोबाइल शोरूम के मालिक को पूछताछ के लिए पीजीआई थाने लाया गया है। कार्रवाई की जानकारी ईओडब्ल्यू और प्रवर्तन निदेशालय को दे दी गयी है। दोनों विंग की टीमें भी पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर रही है।

यह था बाइक बोट घोटाला
गौतमबुद्ध नगर के बसपा प्रभारी और पूर्व विधायक संजय भाटी ने 2010 में एक कंपनी की शुरुआत की थी। इसमे 2018 में बाइक बोट स्कीम लॉन्च की थी। स्कीम के तहत बाइक टैक्सी शुरू की गई। इसके तहत एक व्यक्ति से एक मुश्त 62200 रुपये का निवेश कराया गया। उसके एवज में 1 साल तक 9765 रुपये देने का वादा किया गया। निवेश करने वाले लोगों का आरोप था कि उन्हें पैसे नहीं दिए गए। बाद में संचालक फरार हुआ तो लोगों ने मुकदमे दर्ज कराने शुरू किए।

दादरी कोतवाली एरिया के कोट गांव में बाइक बोट का मुख्य ऑफिस बनाया गया। बाइक बोट घोटाला सामने आने के बाद निवेशकों को साधने के लिए लाखों फर्जी चेक तक दिए गए। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद केस की जांच ईओडब्लू को दी गयी। ईओडब्लू ने कम्पनी का झूठा प्रचार करके घोटाले में हिस्सेदार बने एक चैनल के मालिक बीएन तिवारी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

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