इंदौर के आध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज ने खुद को गोली मार ली, उन्हें इंदौर के बॉम्बे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मध्यप्रदेश में भय्यू जी महाराज को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त था, अभी हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया था। भय्यूजी
महाराज उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब इन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का अनशन तुड़वाने में अहम रोल निभाया था, घटना के बाद पुलिस की फॉरेंसिक टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है। भय्यू जी महाराज को गोली लगने की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में उनके अनुयायी बॉम्बे हॉस्पिटल पहुंच गए हैं।
भय्यूजी महाराज का सदगुरु दत्त धामिर्क ट्रस्ट नाम का ट्रस्ट भी चलता है। अपने ट्रस्ट के जरिए वह स्कॉलरशिप बांटते थे, कैदियों के बच्चों को पढ़ाते थे और किसानों को खाद-बीज मुफ्त बांटते थे।