शहीद के गांव नहीं पहुंचे आलाधिकारी, लोगों का फूटा आक्रोश

एटा– देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले एटा के वीर शहीद राजेश यादव की शहादत को जहॉं पूरा देश याद कर रहा है। वहीं पुलवामा में कल शहीद हुए राजेश यादव की शहादत पर हमारे जनप्रतिनिध, पुलिस और प्रशासन के आलाअधिकारी देश की सीमाओं पर शहीद होने वाले जवानों की शहादत को कितनी तवज्जो देते है इसकी बानगी एक बार फिर एटा में देखने को मिली है।

जब शहीद राजेश यादव की शहादत के बाद उनके पैतृक गॉंव जलेसर कोतवाली के गॉंव रेजुआ मे सूचना मिलने के बाद और काफी इंतजार के बाद कोई भी जनप्रतिनिधि, पुलिस और प्रशासन का आला अधिकारियों ने जाना तक मुनासिब नहीं समझा। शहीद की शहादत और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से आक्रोशित ग्रामीणों का धैर्य जवाब दे गया और उनका आक्रोश फूट पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने जलेसर निधौली मार्ग पर जाम लगा दिया और पाकिस्तान मुर्दाबाद के जमकर नारेबाजी की और वहॉं लगी कई होर्डिंग्स तोड डाली। आक्रोशित ग्रामीणों ने एटा रोडवेज बस में भी जमकर तोड़फोड़ की। जाम और तोड़फोड़ की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस और तहसीलदार मौके पर पहुंचे लेकिन उन्हें भी ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ा और उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा।

आपको बता दें शहीद राजेश यादव जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में कल सीमा पार से पाकिस्तान की ओर से की गयी फायरिंग में शहीद हो गये थे। शहीद राजेश यादव एटा के जलेसर कोतवाली क्षेत्र के रेजुआ गॉंव के रहने वाले थे।शहीद के परिजनों को सीमा पर उनके शहीद होने की सूचना मिलते ही परिजनों समेत पूरे गॉंव में मातम पसर गया है।

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