दलितों ने ठोंका हनुमान मंदिर पर दावा , ऐलान से मचा हड़कंप

सुल्तानपुर–अभी हाल में ही सीएम योगी द्वारा महावीर हनुमान को दलित कहे जाने के बाद अब सुल्तानपुर में सियासत गरमाने लगी है। यहाँ के एक दलित का पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमे जिले के प्रसिद्ध विजेथुआ महावीरन धाम पर दलित द्वारा 11 दिसंबर से ब्राह्मणों के मंदिर में घुसने पर रोक लगाने की बात कही जा रही है।

इस तरह का पोस्टर वायरल होने से  जिले भर में हड़कम्प मचा हुआ है। फिलहाल पुलिस ने मंदिर के पुजारी अध्यक्ष की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया है और मामले की पड़ताल कर रही है। बताते चले की कादीपुर तहसील क्षेत्र के सूरापुर में प्रसिद्ध विजेथुआ महावीरन धाम है। हर मंगलवार और शनिवार को यहाँ दूर दूर से श्रद्धालु बजरंग बली के दर्शन के लिये आते है। ऐसी मान्यता है की रामायण काल के दौरान जब लक्ष्मण मूर्छित हो गये थे तो  हनुमान संजीवनी बूटी लाने के लिये इसी मार्ग से जा रहे थे। रस्ते में इसी स्थान पर कालनेमि नामक  राक्षस ने उन्हें रोक लिया था जिसके बाद हनुमान और कालनेमि में भयंकर युद्ध हुआ और अंत में कालनेमि मारा गया। यही पर शापित मकरी को मारकर हनुमान ने उसका उद्धार किया था। जिसके बाद से ही इस स्थान का महत्व बढ़ गया था और दूर दूर से हज़ारों लोग यहाँ महावीर के दर्शन के लिये आते है। लेकिन अभी हाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बजरंग बली को दलित कहे जाने वाले बयान के बाद जयसिंहपुर के एक दलित प्रेमचंद का एक पोस्टर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस पोस्टर में उसके द्वारा साफ़ साफ़ लिखा है कि दलित हनुमान के मंदिर में ब्राह्मणों का प्रवेश पूर्णतया वर्जित है।

इतना ही 11 दिसंबर को जगह जगह से इस मंदिर में लोगो के चलने की अपील की जा रही है। पोस्टर में ये भी लिखा है कि दलित के पूर्वज जय हनुमान का धाम दलितों का है। कही न कही इस धाम पर कब्ज़ा करने की सियासत प्रेमचन्द द्वारा कही जा रही है। सोशल मीडिया पर इस तरह का पोस्टर वायरल होने से हड़कम्प मचा हुआ है।

फिलहाल पुलिस ने इस वायरल पोस्टर पर विजेथुआ महावीर मंदिर के अध्यक्ष की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ  मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की छानबीन कर रही है।

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