सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मवाना में मखदूमपुर रोड स्थित नवजीवन किसान डिग्री कालेज में धनसिंह कोतवाल की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे। अखिलेश यादव ने कहा 23 मार्च ऐतिहासिक दिन है भारत की आजादी की लड़ाई में न जाने कितने लोग शहीद हुए। कितनों को फांसी पर चढ़ा दिया गया। जेल में रहना पड़ा। हम लोग कल्पना भी नहीं कर सकते, उन्हें कितनी यातनाएं दी गई। कोतवाल धन सिंह गूर्जर को कोई नहीं भूल सकता। आज हम क्रांतिकारियों को याद कर रहे हैं। अगर धन सिंह की लड़ाई उसी समय कामयाब हो जाती तो शायद भगत सिंह को कुर्बानी नहीं देनी पड़ती, जिन्होंने इतिहास पढ़ा होगा वे जानते होंगे कि एक व्यापार करने वाली कंपनी सरकार बन गई। एक कानून पास हुआ और कंपनी कानून बन गई। जो लड़ाई उस समय चलाई गई थी। उसकी आज भी जरूरत है।
मैं बधाई देता हूं किसानों के आंदोलन चलाने वालों को। मैं जानता हूं किसान को जब तक उसका हक नहीं मिलेगा वह आंदोलन से पीछे नहीं हटेगा। आंदोलन को यहां के लोगों ने सहयोग दिया। सभी राजनीतिक दलों ने सहयोग किया तो सरकार को पीछे हटना पड़ा। आने वाले समय में यदि राज्य की जनता ने यूपी की सरकार को नकार दिया तो ये तीन कानून कहां जाएंगे इनका कुछ पता नहीं चलेगा।
जो किसानों का आंदोलन खत्म करना चाहते हैं वे सबसे ज्यादा एंटीसोशल हैं। किसानों केा धान का एमएसपी नहीं मिल पाया। गन्ना का भुगतान नहीं हुआ। आज भी वेस्टर्न यूपी में सबसे ज्यादा किसानों केा गन्ना भुगतान का इंतजार कर रहे हैं। चार साल से जश्न मना रही है सरकार बताओ, गन्ने की कीमत बढ़ाई हो तेा बताओ। किसानों के सामने मंहगाई कर दी।
समाजवादी ने जितनी गन्ने की जितनी कीमत बढ़ाई उतनी ये नहीं बढ़ा पाए। डीजल पेट्रोल लगातार मंहगा होता जा रहा है। ऐसा तालमेल व्यापार और राजनीति का कभी नहीं देखा। मुनाफा हो रहा है तो उद्योगपतियों का हो रहा है। व्यापारियों और सरकार के बीच है। सरकार बताए कि डीजल-पेट्रोल के मंहगे होने का मुनाफा कहां जा रहा है।
जिस देश का किसान रोने लगे, नौजवानों के पास काम न हो तो देश पीछे चला जाएगा। जिस देश के बैंक डूबने लगे यही लोग जो विश्वगुरू का सपना दिखाने वाले लोग ही बताएं कि देश कैसे विश्व गुरू बनेगा। जब नौजवानों के पास काम न हों। आज तक सरकार ने जितने फैसले लिए वे सब गलत हैं।