लखनऊ। लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के संरक्षक विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह ने कहा है कि देश के प्रथम समाजवादी प्रधानमंत्री राष्ट्रपुरुष चन्द्रशेखर तानाशाही के विरोध में बगावत के पर्याय हैं। उनका सम्पूर्ण जीवन समाज के अंतिम आदमी के उदय को अर्पित रहा है। उन्होंने कहा है कि आगामी 17 अप्रैल को स्थानीय चन्द्रशेखर चबूतरे पर लोकतंत्र सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता उनकी जयंती समारोह के अवसर पर उन्हें और उनके इस व्यक्तित्व कृतित्व को शिद्दत से याद करेंगे।
रविवार को दारुलशफा में इसे लेकर हुई श्री चन्द्रशेखर ट्रस्ट की बैठक में लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के संरक्षक विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह ने कहा कि राष्ट्रपुरुष चन्द्रशेखर की जयंती के अवसर पर श्री चन्द्रशेखर ट्रस्ट आम तौर पर बड़े बड़े कार्यक्रम करता है जिसमें सूबे के मुख्यमंत्री भी शामिल होते रहे हैं लेकिन इस बार कोरोना की वजह से ऐसा नहीं होगा। इस बार इसे लेकर निर्णय लिया गया है कि जो जहां है, वही कोविड 19 के निर्देशों का पालन करते हुए राष्ट्रपुरुष के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें याद करेगा। उन्होंने कहा कि लखनऊ में चन्द्रशेखर चबूतरा पर जयंती समारोह सुबह दस बजे उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के साथ प्रारम्भ होगा और दोपहर 12 बजे राष्ट्रगान के साथ अगले वर्ष तक के लिए स्थगित कर दिया जाएगा।
लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के संरक्षक विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह ने कहा कि इस अवसर पर मुख्यरूप से राष्ट्रपुरुष चन्द्रशेखर के व्यक्तित्व और कृतित्व की चर्चा की जाएगी और उनके दिखाए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया जाएगा।
उन्होंने कहा है कि जयंती समारोह में कोविड 19 के सभी निर्देशों का पालन आवश्यक होगा। जो साथी ऐसा नहीं करेंगे, वह समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे।