पश्चिम बंगाल में तीसरे चरण के मतदान के बीच मंगलवार को उलुबेरिया में टीएमसी के एक नेता के घर से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें और वीवीपैट स्लिप मिली हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई ने चुनाव आयोग के हवाले से बताया है कि सेक्टर ऑफिसर तपन सरकार ईवीएम और वीवीपैट को लेकर टीएमसी नेता के घर पर गए थे। मामला सामने आने के बाद आयोग ने कहा है कि ये रिजर्व EVM और VVPAT थीं, जिन्हें अब इलेक्शन प्रोसेस से हटा दिया गया है। इस मामले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं असम के हाफलोंग पोलिंग बूथ पर एक अप्रैल को हुई दूसरे फेज की वोटिंग में गड़बड़ी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। इस बूथ पर कुल 90 वोटर हैं, लेकिन वोटों की संख्या 181 हो गई। प्रदेश के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर ने बताया कि मामले में सेक्टर अधिकारी, पीठासीन अधिकारी और 4 कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है। इनमें एक बूथ लेवल का अधिकारी भी शामिल है।
असम में BJP उम्मीदवार की गाड़ी से मिली थी EVM
एक अप्रैल को ही असम के पथरकंडी में BJP प्रत्याशी कृष्णेंदु पॉल की गाड़ी में EVM मिलने का मामला भी सामने आया था। विपक्ष ने इस मामले में BJP के साथ-साथ चुनाव आयोग पर भी हमला बोला था। इसके बाद चुनाव आयोग ने सफाई देते हुए कहा था कि गाड़ी खराब हो गई थी। इसके बाद चुनाव अधिकारियों को BJP प्रत्याशी की गाड़ी में लिफ्ट लेनी पड़ी। आयोग ने मामले में 4 अधिकारियों को सस्पेंड भी किया है। EVM को कब्जे में ले लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि EVM सुरक्षित है और इसके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है। साथ ही एक बूथ पर दोबारा चुनाव करवाने के निर्देश दिए हैं।