गांव के विकास कार्यो के साथ मजाक ,लाखो रूपये का घोटाला हुआ उजागर

फर्रुखाबाद–जब भी विकास की बात होती है तो गांव और शहर दोनों के विकास के दावे किए जाते हैं। पर हकीकत यह है कि विकास की दौड़ में गांव हमेशा पीछे ही रह जाते हैं।

विकास खण्ड मोहम्मदाबाद की ग्राम सभा राजारामपुर मेई में 2016 से अब तक विकास के नाम पर ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी ने मिलकर लाखो रुपये गबन कर लिए है। जब गांव में यह चर्चा हुई कि विकास के नाम पर ग्राम प्रधान सुषमा देवी अपने पति के द्वारा लाखो रुपये खर्च विकास कार्य करवा चुकी है, जो कागजो में है धरातल पर नहीं । पचायती राज विभाग द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष 2016-2017 व 2017-2018 में ग्राम पंचायत में 131 शौचालय बनाने का लक्ष्य था। शासन से शौचालय बनाने के लिए 15 लाख 72 हजार रुपये आवंटित हुए थे। गांव में सीसी रोड निर्माण के लिए 40 लाख रुपये दिए गए थे।

इस प्रकार शासन से गांव को विकास कार्यों के लिए 55 लाख 72 हजार रुपये मिले। ग्रामीणों के अनुसार गांव में करीब 60 प्रतिशत शौचालय नहीं बने और जो बने उनके निर्माण में मानक के अनुसार निर्माण सामग्री नहीं लगाई गई थी। सीसीरोड भी करीब 60 प्रतिशत नहीं बनाई गई। आरोप है कि प्रधान पंचायत सचिव ने सांठगांठ करके आवंटित पूरा पैसा निकाल लिया। दोनों विकास कार्यों के लिए आवंटित धन डकार गए हैं।ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान सुषमा देवी  पर आरोप लगाया कि गांव में सीसी रोड तक का फर्जी स्टीमेट बनाकर लाखों रुपयों खाते से निकाल लिए।

ग्रामीणों का कहना है कि कई बार प्रधान के खिलाफ निर्माण कार्यों में अनियमितता, लाभार्थी चयन में धांधली और शासन से मिले बजट के बंदरबांट की शिकायत की थी। फर्रुखाबाद में आयोजित तहसील दिवसों में इसकी शिकायत की लेकिन जांच नहीं हुई।

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