लखनऊ – राजधानी के रिहायशी इलाके आशियाना के औरंगाबाद कॉलोनी में पुलिस की गोली से लगने से तेंदुए की मौत हो गई थी। वन-विभाग ने इस मामले को लेकर पुलिस विभाग को जिम्मेदार ठहरा दिया था जिसके बाद मामले की जांच एसडीओ (वन) मोहनलालगंज अयोध्या प्रसाद को सौंपी गई थी। जिसके बाद मामले में एसओ समेत कई पुलिसकर्मी दोषी बनाये गए हैं। मामले की जांच कर रहे अधिकारी एसडीओ (वन) मोहनलालगंज अयोध्या प्रसाद ने चार्जशीट तैयार करते हुए वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 11 और 51 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया, मामले में तत्कालीन एसओ त्रिलोकी सिंह सहित कई पुलिसकर्मी दोषी पाए गए। 17 फरवरी को आशियाना के औरंगाबाद इलाके में तेंदुए की हत्या हुई थी जिसमें आशियाना के तत्कालीन एसओ त्रिलोकी सिंह ने अपनी सरकारी रिवाल्वर से तेंदुए को गोली मार दिया था जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी हालांकि तेंदुए को पकड़ने में एसओ त्रिलोकी सिंह भी घायल हो गए थे मौजूद पुलिस अफसरों ने इसे अपनी आत्मरक्षा का हवाला भी दिया था लेकिन जब मामले की जांच हुई तो पुलिस अफसर समेत कई पुलिस कर्मी मामले में दोषी पाए गए।
तेंदुए के एनकांउटर मामले में दोषी पाए गए पुलिस अफसर समेत कई पुलिस कर्मी
