बहराइच– कतर्नियाघाट सेंक्चुरी से सटे इलाकों में नेपालसे आए हाथियों के झुंड का उत्पात थम नहीं रहा है। हाथियों के झुंड ने भरथापुर गांव में दाखिल होकर दो घंटे तक जमकर उत्पात मचाया। गांव की बाड़ को तहस-नहस कर दिया।
इसके बाद चफरिया मार्ग पर पहुंचे झुंड ने पेड़ को ढहा दिया। जिससे आवागमन प्रभावित रहा। नेपाल के रायल बर्दिया नेशनल पार्क से लगभग 10 हाथियों का झुंड पुन: कतर्नियाघाट पहुंच गया है। झुंड के हाथी सोमवार सुबह कतर्नियाघाट रेंज के गेरुआ पार भरथापुर के जंगल में होते हुए गांव में दाखिल हो गए। ग्रामीणों द्वारा गांव के बाहर सुरक्षा के लिए लगाई गई बाड़ को हाथियों के झुंड ने तहस-नहस कर दिया। हाथियों की चिंघाड़ सुनकर गांव लोग ढोल और पीपा पीटते हुए घरों से निकले। रेंज कार्यालय को सूचना दी गई। लेकिन कोई भी वनकर्मी मौके पर नहीं पहुंचा।
दो घंटे तक हाथी गांव के निकट जमे रहे। बाड़ को तहस-नहस कर ग्रामीणों की गाबवानी को भी नष्ट कर दिया। गांव निवासी सर्वेश कुमार, मुन्नालाल, राजकुमार, रामयोद्धा और राजू का सबसे अधिक नुकसान हुआ है। इसके बाद हाथियों का झुंड बिछिया-निशानगाड़ा के बीच चफरिया चौक के पास मुख्य मार्ग पर पहुंच गया। यहां भी लगभग डेढ़ घंटे हाथियों का झुंड पेड़ की डालियों को तोड़ता रहा। एक पेड़ को भी हाथियों ने ढहा दिया। जिससे मार्ग पर आवागमन प्रभावित रहा। राहगीरों की सूचना पर वनकर्मियों ने पहुंचकर पेड़ को रास्ते से हटाया। तब लोगों ने राहत की सांस ली।