आम महोत्सव-2018 का आगाज़, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की आम महोत्सव की शुरूआत, महोत्सव में रही योगी और माया नाम के आम की धूम

लखनऊ – राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शनिवार को आम महोत्सव का आगाज करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आम महोत्सव-2018 का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। दो दिनों तक चलने वाले आम महोत्सव का समापन राज्यपाल रामनाईक करेंगे। उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘आम उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ किसानों की आय को दोगुना करने, उनके चेहरे पर खुशहाली लाने का जो प्रयास आम महोत्सव के माध्यम से किया जा रहा है, वो सराहनीय है। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मार्केटिंग के अभाव में हम चीजों की ब्रांडिंग नहीं कर पाते हैं, उत्तर प्रदेश में पैदा होने वाली आम की सर्वाधिक प्रजातियों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है’। इस आम महोत्सव में 05 श्रेणियों के 60 वर्गों में आम की विभिन्न प्रजातियां तथा आम के प्रसंस्कृत की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिसमें आम की 700 प्रजातियों के अलग-अलग संस्थाओं एवं विभागों एवं निजी उत्पादों द्वारा 2558 नमूने प्रदर्शित किए गए हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने आम का पेड़ भी लगाया। आम महोत्सव स्मारिका का मुख्यमंत्री ने विमोचन भी किया।

मुख्यमंत्री योगी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया में आम की जिस प्रजाति की मांग ज्यादा होती है, उसको विकसित करने की दिशा में उद्यान विभाग और मंडी परिषद को कार्य करने की जरूरत है। प्रदेश आम उत्पादन में भी नंबर वन बने, इसके लिए प्रयास किए जाने की आवश्कता है, मुख्यमंत्री ने कहा मंडियों को सुधारने के लिए भी प्रदेश सरकार कार्य कर रही है, मंडियों में साफ-सफाई रहे इसका मुख्य रूप से ध्यान रखते हुए मंडियों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। महोत्सव को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज आम से कई प्रकार के उत्पाद बाजार में मौजूद हैं इनकों प्रोत्साहित करने की जरूरत है जिससे किसानों की आय बढ़ने में मदद मिलेगी। आम महोत्सव में 725 किस्म के आमों को प्रदर्शित किया गया है, जिनमें से अधिकांश आमों का उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे बहुत अच्छा लगता है हम जब आम बागवान से जुड़े किसानों को सम्मानित करते हैं, उन्होंने कहा कि 2014 के पहले और आज की स्थिति में आम किसानों को लेकर जो स्थिति तो उसमें काफी बदलाव है। मार्च 2014 में भाजपा केंद्र में आई थी,  मई 2014 से पहले किसानों की समस्या व 2014 के बाद किसानों के हाल से ही विकास को देखा जा सकता है, मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों का स्तर अगर उठाना है तो फसल के साथ किसानों को सब्जी की ओर जाना होगा। इस तरफ जो किसान रूख कर रहे हैं वो किसान आज फायदे में भी हैं।

आम महोत्सव-2018’ में दशहरी, रोशनआरा, चौसा, लंगड़ा, समर बाहिश्त, चौसा, नीलम, सुवर्ण रेखा, बंगनपल्ली, पैरी, मलगोवा, मल्लिका, अल्फांसो, आम्रपाली, सफेदा सहित करीब 725 आम की प्रजातियों का प्रदर्शन किया जा रहा। इस आम महोत्सव में सबसे ज्यादा धूम योगी आम की रही। वहीं लोगों के आकर्षण का केन्द्र ‘नमो आम’ और माया आम भी रहा।

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