मध्य प्रदेश के मंदसौर में 7 साल की बच्ची के साथ हुई दरिंदगी के गुनहगार आरोपी इरफान की पुलिस रिमांड तीन दिन के लिए बढ़ा दी गई है। बता दें कि मंदसौर की इस बच्ची के साथ दिल्ली के निर्भया कांड और कठुआ गैंगरेप जैसी हैवानियत हुई। इस घटना के बाद सिर्फ मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि पूरा देश सकते में है। सोशल मीडिया पर बकायदे कैंपेन चलाकर लोग अपराधियों को जल्द से जल्द फांसी दिए जाने की मांग कर रहे हैं।
दरिंदों की हैवानियत का शिकार बच्ची के पिता ने मध्य प्रदेश सरकार की पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद को ठुकरा दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे मुआवजा नहीं चाहिए, मैं केवल दरिंदों को फांसी पर लटकते हुए देखना चाहता हूं। वहीं मंदसौर में आम लोगों का आक्रोश बरकरार है। लोग आरोपियों इरफान और आसिफ को फांसी देने की मांग कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि गैंगरेप पीड़ित बच्ची का इलाज इंदौर के एमवाई हॉस्पिटल में चल रहा है। डॉक्टरों ने बच्ची की हालत में सुधार होने की बात कही है। साथ ही यह भी बताया कि उसके घावों को पूरी तरह ठीक होने में दो हफ्ते से ज्यादा का समय लग सकता है। बता दें कि तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची बुधवार को स्कूल से करीब सात सौ मीटर दूर झाड़ियों में घायल अवस्था में मिली थी। फिलहाल दोनों आरोपी इरफान और आसिफ पुलिस रिमांड पर हैं।
पीड़िता बच्ची के बयान का इंतजार कर रही पुलिस
मंदसौर के एसपी मनोज सिंह ने कहा है कि अदालत में आरोप पत्र पेश करने से पहले पीड़िता के बयान की प्रतीक्षा की जा रही है। उन्होंने इस खबर को बेबुनियाद बताया है कि इस मामले में कोई तीसरा आरोपी भी था। उन्होंने आरोपियों के एचआईवी टेस्ट कराने की बात भी कही है।