काकोरी में दर्ज़नो पात्रों को नहीं मिल रहे प्रधानमंत्री आवास।

विकास खण्ड काकोरी के दर्जनों गांवों में पात्र ग़रीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास नहीं मिल पा रहे हैं। ब्लॉक के अधिकारी व कर्मचारियों की उदासीनता के चलते एक 90%विकलांग व्यक्ति ने प्रधानमंत्री आवास न मिल पाने से दुखी होकर सोमवार को आवास देने के नाम पर ब्लॉक के कर्मचारियों पर अवैध धन वसूली का आरोप लगाते हुए ब्लॉक परिसर में ही  मिट्टी का तेल आपने ऊपर उड़ेल कर आत्मदाह करने की कोशिश की। ब्लॉक पर मौजूद लोगों ने किसी तरह से विकलांग को आत्मदाह करने से बचाया। केंद्र व राज्य सरकार जहां एक ओर ग़रीबो व आवास हीनों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग़रीबो को पक्का आवास उपलब्ध करा रही है। वहीं दूसरी ओर सरकार को बदनाम करने  के मकसद में जुटे सरकार के अधिकारी व कर्मचारी पात्र व्यक्तियों को प्रधानमंत्री आवास  उपलब्ध नहीं करा रहे हैं।  यह कर्मचारी आवास देने के नाम पर हजारों रुपए की  अवैध वसूली में लगे हैं।  सोमवार को विकासखंड काकोरी के ग्राम पंचायत भटऊ जमालपुर के मजरा इब्राहिम खेड़ा निवासी विकलांग संजय कुमार पुत्र राजाराम का पूरा परिवार गाँव के किनारे झोपड़ी बनाकर रहता है ।कई बार उसने ब्लॉक के एडीओ पंचायत, ग्राम सचिव सहित बीडीओ से लेकर उच्च अधिकारियों को अपनी समस्या से अवगत कराते हुए प्रधानमंत्री आवास देने की मांग की। उसकी मांग पर जांच भी हुई  जांच में वह पात्र पाया गया। बावजूद इसके  उसको प्रधानमंत्री आवास अभी तक उपलब्ध नहीं कराया जा सका  है ।जबकि उसके लिए क्षेत्रीय सांसद कौशल किशोर ने भी पत्र लिखकर प्रधानमंत्री आवास देने के लिए ब्लॉक के अधिकारियों से कहा था।लेकिन बेलगाम काकोरी ब्लॉक के अधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपनों को पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़े रहे हैं । कई महीनों से दौड़ रहे विकलांग संजय ने  प्रधानमंत्री आवास ना मिल पाने से दुखी होकर ब्लॉक मुख्यालय में सोमवार को मिट्टी का तेल छिड़क कर आत्मदाह करने की कोशिश की, वहां मौजूद  लोगों ने किसी तरह से उसे  बचाया । इसके अलावा इसी गांव में कुसमा ,विनोद ,गुड्डू, विजय सिंह ,जैसे दर्जनों गरीब लोग हैं ,जो प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित हैं।
इस संबंध में जब ब्लॉक के अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया तो उनसे बात नहीं हो सकी।

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