रिपोर्ट – अंकित मिश्रा, शाहजहांपुर
शाहजहांपुर – उत्तर-प्रदेश के खनन माफिया इतने सक्रिय हैं कि इन्हें अब प्रशासन का बिलकुल भी डर नहीं है हालात ये हैं कि खनन माफिया धड़ल्ले से खनन कर रहे हैं और प्रशासन आंख बंद किए बैठा है। बालू खनन का अवैध कारोबार अब पुलिस और तहसील प्रशासन की अनदेखी व एक दूसरे को जिम्मा सौंपने की प्रवृत्ति की वजह से जोरों पर किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि खनन रोकने के लिए तहसील प्रशासन को अधिकृत किया गया है, अगर उनको जरुरत लगती है या फिर कोई शिकायत करता है तो वे अपने स्तर से कार्रवाई कर सकते हैं। पुलिस के इस बयान के बाद से खनन माफिया और सक्रिय हो गए हैं अब धंधेबाज बिना डर के रोजाना शारदा नदी से अवैध रूप से बालू निकालकर नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई करने में जुट गए हैं। शारदा नदी से ही रोजाना सैकड़ों ट्राली बालू निकालकर बेंची जा रही है। बिना रॉयल्टी दिए गलत जगह से बालू निकालने को लेकर किसी भी स्तर का अधिकारी कार्रवाई से बच रहा है। हालांकि पिछले दिनों एक मामले में पुलिस ने बालू भरी दो ट्रालियों को पकड़ा था। जिनके पास कागज नहीं थे।
बताया जाता है कि तब धंधेबाज वह आदेश लेकर पहुंच गए जिसमें कहा गया है कि बालू और मिट्टी से जुड़े मामलों में कार्रवाई तहसील का ही अधिकारी करेगा। ऐसे में पुलिस ने बिना कार्रवाई के बालू भरी ट्रालियों को छोड़ दिया। उसके बाद से तो धंधेबाजों के भीतर का खौफ ही चला गया और वर्तमान में सुबह से लेकर देर रात तक बालू खनन कर ट्रालियों से उसे सप्लाई किया जा रहा है। जिसमें नियमों का कोई ध्यान नहीं रखा जाता, बाकायदा तिरपाल डालकर बालू ले जाई जानी चाहिए जो नहीं हो रहा। धन्धेबाज बेखौफ होकर बालू खनन का धंधा करने में जुटे हुए है।