STF की रडार पर सरगना, पशु तस्करी में कई पुलिस कर्मी भी संलिप्त

फतेहपुर–पशु तस्करी के इस नेटवर्क में कौशाम्बी का रहने वाला एक माफ़िया एसटीएफ की राडार में सबसे ऊपर है। प्रयागराज में भारी मात्रा में मिले प्रतिबंधित मांस के बाद जब एसटीएफ ने जांच शुरू की तो कई बड़े खुलासे हुए।

पकड़े गए पशु तस्कर माफ़िया पप्पू ने जांच में कई जिलों के भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता के बारे में बताया। जिन पर एसटीएफ ने सम्बन्धित जिले को रिपोर्ट भेजा तो सभी पर पशु तस्करी में संलिप्त होने पर निलंबन की कार्यवाही की गई।अगर फ़तेहपुर की बात करें तो अब तक एक दरोगा सहित आठ आरक्षियों को एस पी ने पशु तस्करी में संलिप्त होने पर निलम्बित कर दिया है। हालांकि कल इकट्ठे पच्चीस पुलिस कर्मियों के लाइन हाजिर होने से एक बार फिर मामला गर्मा गया। चूंकि इस लिस्ट में बड़ी संख्या में सिपाही थानेदारों के कारखास थे और कइयों का रोड के खेल से खासा लगाव भी रहा है। इतनी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी लाइनहाजिर होने से दिनभर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।वहीं अभी पशु तस्करी में संलिप्त कई पुलिस कर्मी अफसरों की निगाह में नहीं आ सके हैं।

उधर एसटीएफ के डिप्टी एस पी नवेन्दु कुमार से यह पूछे जाने पर कि फ़तेहपुर में कई पुलिसकर्मी जो वर्षों से पशु तस्करी के नेटवर्क से जुड़े हैं वह आपकी निगाह में अभी तक क्यों नहीं आये। तो उन्होंने इस बाबत बताया कि हमारी राडार में लगभग सभी संलिप्त पुलिसकर्मी हैं। अभी पप्पू पकड़ा जा चुका है तो उसकी लिंक के सभी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही हो चुकी है मगर अभी कौशाम्बी का एक बड़ा सरगना फरार है और वह हमारी वांटेड लिस्ट में शामिल है।

उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं और उससे जुड़े हुए सारे लिंको की जांच की जा रही है और जल्द ही उससे जुड़े हुए पशु तस्कर और पुलिसकर्मी भी पहचान में आ जाएंगे। साथ ही जो भी इस कार्य मे लगा है,वह आज नहीं तो कल हमारी राडार में आ ही जायेगा और उस पर कार्यवाही होनी तय है।

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