उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का पीक 24 अप्रैल को आया था। इस दिन प्रदेश में एक दिन में रिकॉर्ड 38055 एक्टिव मामले थे। इसके बाद करीब 3 हफ्तों में कोरोना के मामले अपने निचले स्तर यानी 1% से भी कम हो गए। प्रदेश में 9 मई से एक्टिव केस में लगातार कमी देखने को मिली। आंकड़ों पर नजर डालें तो एक मार्च को प्रदेश में कुल 87 एक्टिव केस थे। जो एक अप्रैल तक 2600 मामले प्रतिदिन में बदल गए। जिसके बाद से 10 जून तक इसमें लगातार बढ़ोतरी होती रही। अच्छी बात ये है कि इसी तरह एक्टिव केस कम होते रहे तो आने वाले दिनों में प्रदेश में 100 से भी कम एक्टिव केस रह जाएंगे।
10 अप्रैल से प्रतिदिन 10,000 मामले आने लगे सामने
प्रदेश में 10 से प्रतिदिन 10,000 से अधिक मामले सामने आने लगे। 10 अप्रैल को 10,495, 11 अप्रैल को 12,440, 13 अप्रैल को 14,404, 14 अप्रैल को 20,510 और 15 अप्रैल को 22,439 कोरोना के सक्रिय मामले एक दिन में आए।
24 अप्रैल को सबसे ज्यादा मामले
प्रदेश भर में कोरोना के एक दिन में सबसे ज्यादा सक्रिय मामले 24 अप्रैल को सामने आए थे। उस दिन प्रदेश में कुल 38055 केस मिले थे।
9 मई से कम होने लगे केस
कोरोना के सक्रिय मामलों में 9 मई के बाद कमी देखने को मिली। 9 मई को प्रदेश में 23333 मामले थे वहीं 11 मई को मामले घटकर 20463 पर पहुंच गए। 12 मई के सक्रिय मामले 18125, 13 मई को 17775 और 15 मई को 12547 मामले सामने आए।