बेंगलुरु – कर्नाटक में तमाम गिले शिकवे भुलाकर भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से दूर रखने के लिए कांग्रेस और JDS एक मंच पर आए थे, कांग्रेस-JD(S) ने कर्नाटक में मिलकर सरकार बनाई थी लेकिन अब ये सरकार कुमारस्वामी की गले की फांस बनती जा रही है।
बीते कई दिनों से कुमारस्वामी और कांग्रेसी नेताओं के बीच दरार बढ़ रही है, यही वजह है कि कुमारस्वामी खुलकर गठबंधन की सरकार नहीं चला पा रहे हैं, खबरों की माने तो कांग्रेस के कुछ बड़े नेता उनपर लगातार दबाव बना रहे है।
बता दें कि जेडीएस की तरफ से एचडी कुमारस्वामी को कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाए जाने की खुशी में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें जनता दल सेक्युलर के नेता कुमारस्वामी भावुक होकर रोने लगे और बोले कि जहां उनकी पार्टी के लोग इस बात से खुश हैं कि अन्ना और थन्ना (भाई) राज्य के मुख्यमंत्री बन गए हैं, वहीं उनके लिए ये सरकार चलाना किसी जहर पीने से कम नहीं।
इस इवेंट में गए कुमारस्वामी ने गुलदस्ते और फूलमाला तक को स्वीकार नहीं किया। कुमारस्वामी ने कहा कि मैं किसी को बताए बिना अपने दर्द को जब्त कर रहा हूं, जो जहर से कम नहीं है। गठबंधन की सरकार का नेतृत्व करने के संबंध में कुमारस्वामी ने कहा कि जो कुछ भी चल रहा है उससे वो खुश नहीं हैं।
कुमारस्वामी ने कहा कि कोई नहीं जानता कि लोन माफी के लिए अधिकारियों को मनाने के लिए मुझे कितनी बाजीगरी करनी पड़ी है। सीएम ने कहा, ‘अब वे ‘अन्ना भाग्य स्कीम’ में 5 किलो चावल की बजाय 7 किलो चाहते हैं। मैं इसके लिए कहां से 2500 करोड़ रुपये लेकर आऊं? टैक्स लगाने के लिए मेरी आलोचना हो रही है। इन सबके बावजूद मीडिया कह रही है कि मेरी लोन माफी स्कीम में स्पष्टता नहीं है। अगर मैं चाहूं तो 2 घंटों के भीतर सीएम का पद छोड़ दूं।’