वाराणासी का यह भारत माता मंदिर देश ही नही बल्कि दुनिया का इकलौता मंदिर है जो आपने आप में कई विशेषताए लिए हुए है।
सबसे पहली विशेषता तो यह है कि इस मंदिर में जो भारत का नक्शा बनाया गया है वह अन डिवाईडेड इंडिया का मैप है।इस मैप में अफगानिस्तान ,पाकिस्तान ,वर्मा,बांग्लादेश सहित सभी पड़ोसी वे मुल्क हैं जो कभी भारत में शामिल थे। यह दुर्लभ मैप न तो देश में कही और है और न ही दुनिया में कही और है।
दूसरी विशेषता यह है कि यह मकराना मार्बल के 760 पत्थरों को जोड़कर बनाया गया है। इन पत्थरों की लंबाई चौड़ाई बिल्कुल नाप कर बनाई गई है। बताया गया कि 1इंचके बराबर 2000 फुट सागर की गहराई ,1 इंच उचाई में 6.4 मिल लंबाई रखी गयी है जिसे इस मैप के द्वारा ही पूरे विशाल भारत की लंबाई चौड़ाई आप जान सकते हैं। इस मैप में कुल 6000 पर्वत चोटियां दर्शाई गई है।
इस अद्भुत मंदिर का निर्माण सितारे हिन्द के नाम से मशहूर शिव प्रसाद गुप्त ने बनवाया था। इसका निर्माण 1918 में शुरू हुआ और 1924 में बनकर तैयार हुआ। उस समय देश पर व्रिटिश हुकूमत का शासन था इसलिए इसके उद्घाटन में 12 साल लग गए। इसका उद्घाटन 25 अक्टूबर 1936 में महात्मा गांधी के हाथों किया गया । तब से आज तक यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसीलिए वाराणासी आने वाला हर पर्यटक इस अनोखे मंदिर को देखने जरूर आता है।