मनोरंजन डेस्क । हिंदी सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन आज जिस मुकाम पर हैं, अगले कई वर्षों तक शायद ही कोई और इस मुकाम पर पहुंचे। 76 साल की उम्र में भी वे निरंतर काम कर रहे हैं।मशहूर कवि हरिवंशराय बच्‍चन व मां तेजी बच्चन लडले थे।

एंग्रीमैन अमिताभ ने शहंशाह बनकर बॉलीवुड पर राज किया पर उनकी जिंदगी में भी बुरे दिन आए, कभी कुली फिल्‍म के सेट पर वो घायल हुए तो कभी करियर की ढलान पर भारी कर्ज में डूब गए। इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और मेहनत के दम पर शहंशाह का मुकाम हासिल किया। आज उनके जन्‍मदिन पर हम लाए हैं उनसे जुड़ीं कुछ बेहद दिलचस्‍प बातें…

* 11 अक्‍टूबर 1942 को यूपी  के इलाहाबाद में जन्मे अमिताभ का नाम बचपन में इन्कलाब था। उन्‍होंने नैनीताल के शेरवुड कॉलेज से सीनियर सेकेंडरी की शिक्षा हासिल की। फिर इलाहाबाद और दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय से दो बार एमए की डिग्री ली। वह कॉलेज के मंझे हुए मुक्केबाज भी रहे हैं।

* अमिताभ बच्चन ने फिल्मों में किस्मत आजमाने से पहले कोलकाता में रेडियो एनाउंसर और एक शिपिंग कंपनी में एक्ज़ीक्यूटिव के तौर भी काम किया था। उस दौरान उन्हें 800 रुपये मासिक वेतन मिला करता था। वर्ष 1968 में कलकत्ता की नौकरी छोडऩे के बाद मुंबई आ गए।

*  बच्चन मुंबई में अपने शुरुआती दिनों में प्रसिद्ध हास्य कलाकार तथा निर्माता-निर्देशक महमूद के घर पर रहे थे, और बाद में उन्होंने महमूद की फिल्म ‘बॉम्बे टु गोवा’ में काम भी किया।

* फिल्म ‘ज़ंजीर’ की शूटिंग के दौरान अमिताभ और जया के साथ-साथ सभी कलाकारों और क्रू सदस्यों ने फिल्म के हिट होने पर विदेश घूमने का प्‍लान बनाया था। जब अमिताभ ने अपने पिता हरिवंशराय बच्चन से विदेश जाने की अनुमति मांगी, तो उन्होंने उन्हें देश छोड़ने से पहले जया से विवाह कर लेने का आदेश दिया। अमिताभ शादी के बाद ही जया को विदेश ले जा सके।

* 1978 में अमिताभ और रेखा की नजदीकियों की खबरों ने अखबारों और फिल्मी मैगजीन्स की खूब सुर्खियां बटोरी थीं। इस बात को लेकर अमिताभ के घर में भी काफी हंगामा रहा। पर सिलसिला फिल्‍म के बाद उन्‍होंने रेखा के साथ कभी काम नहीं किया।

* पीएम इंदिरा गांधी की हत्या के बाद अमिताभ अपने मित्र राजीव गांधी के कहने पर राजनीति में आए थे। उन्‍होंने इलाहाबाद की लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर ‘भारतीय राजनीति के चाणक्य’ कहे जाने वाले दिग्गज नेता हेमवती नंदन बहुगुणा को पराजित किया था।

* अमिताभ ने लगभग 12 फिल्मों में डबल रोल किया है। इतना ही नहीं एक फिल्म निर्देशक एस. रामानाथन की ‘महान’ में उन्होंने तिहरी भूमिका यानी ट्रिपल रोल किया है।

* अमिताभ दोनों हाथो से लिखना जानते हैं और कई भाषाए बोल और समझ सकते हैं।वे शुद्ध शाकाहारी हैं। खाने में उन्‍हें आलू-पूड़ी, पकौडे और गुलाब-जामुन पसंद है।

चर्चित फिल्‍में और अवार्ड्स

अमिताभ बच्‍चन को सर्वश्रेष्‍ठ अभिनेता के लिए 4 राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार मिल चुके हैं। उन्‍होंने कई अंतर्राष्‍ट्रीय मंचों पर भी पुरस्‍कार जीते हैं। उन्‍हें 15 फिल्‍मफेयर अवार्ड मिले हैं और 41 बार नॉमिनेट भी हुए हैं।उन्‍हें साल 1954 में पद्मश्री, साल 2001 में पद्म भूषण और साल 2015 में पद्म विभूषण से सम्‍मानित किया गया।

अमिताभ बच्‍चन की चर्चित फिल्‍मों में जंजीर, रोटी कपड़ा और मकान, दीवार,  हेराफेरी, अमर अकबर एंथोनी, खून पसीना, परवरिश, त्रिशूल, डॉन, मुकद्दर का सिकंदर, मि० नटवरलाल, काला पत्थर, सुहाग, लावारिस, कालिया, सत्ते पे सत्ता, नमक हलाल, शराबी, खुद्दार, अग्निपथ, मोहब्बतें, कभी ख़ुशी कभी ग़म, आंखें, बागबान, खाकी, वीर – जारा, ब्‍लैक, सरकार और कभी अलविदा न कहना शामिल है।

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