40वीं पूण्यतिथि पर याद किये गए मण्डल मसीहा बीपी मण्डल

*40वीं पूण्यतिथि पर याद किये गए मण्डल मसीहा बीपी मण्डल*

*अपने अधिकारों के लिए पिछड़े दलित वर्गीय भाव से आगे आकर करें संघर्ष-लौटनराम निषाद*

लखनऊ।समाजवादी पार्टी पिछड़ावर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व कांग्रेस पार्टी के नेता चौ.लौटनराम निषाद ने कॉलेजियम सिस्टम की जगह भारतीय न्यायिक सेवा आयोग के गठन व सेन्सस 2021 में ओबीसी व अन्य वर्गों की जातिगत जनगणना कराने व ओबीसी की जातियों को सभी स्तरों पर समानुपातिक आरक्षण कोटा दिए जाने की केन्द्र सरकार से मांग की है।उन्होंने मण्डल मसीहा बिंदेश्वरी प्रसाद मण्डल को 40 वीं पूण्यतिथि पर याद करते हुए कहा कि मण्डल जी पिछड़ावर्ग के सामाजिक न्याय के महानायक व मूक क्रांति के जनक है।उन्होंने आरक्षण को संवैधानिक मौलिक अधिकार बताते हुए कहा कि आरक्षण गरीबी उन्मूलन व आर्थिक उन्नयन का साधन नहीं,बल्कि वंचित तबके के प्रतिनिधित्व सुनिश्चितिकरण का आधार है।उन्होंने आर्थिक पिछड़ेपन के आधार पर ईडब्ल्यूएस कोटे में दिए गए 10 प्रतिशत आरक्षण कोटे को असंवैधानिक व उच्चतम न्यायालय के निर्णय के प्रतिकूल बताया।इंदिरा साहनी वनाम भारत सरकार के मण्डल कमीशन के सम्बंध में 16 नवम्बर,1992 के लिर्णय के अनुसार आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकती।इसके बावजूद भी केंद्र सरकार ने इसे 59.5 प्रतिशत कर दिया तो ओबीसी को समानुपातिक आरक्षण व सेन्सस-2021 में कास्ट सेन्सस कराने से पीछे क्यों हट रही है?
निषाद ने उच्च न्यायपालिका में न्यायाधीशों का मनोनयन कॉलेजियम से न कर भारतीय न्यायिक सेवा आयोग के माध्यम से करने,सरकारी उपक्रमों के निजीकरण प्रक्रिया को बंद करने,सेन्सस-2021 में ओबीसी की जातिगत जनगणना कराये जाने,
ओबीसी क्रीमीलेयर निर्धारण हेतु बनी बी पी शर्मा कमेटी की अनुशंसा को खारिज कर गणेश सिंह पटेल की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति की रिपोर्ट लागू कराने,शिक्षा और स्वास्थ्य का निजीकरण बंद कराने की मांग किया है।उन्होंने ओबीसी, एससी, एसटी व पसमांदा समाज से संवैधानिक अधिकारों के को लेकर वर्गीय भावना से आंदोलन करने का आह्वान किया है।
साथ ही 2005 के पूर्व की पेंशन व्यवस्था बहाल कराने,ओबीसी समाज को नौकरी, विधानसभा, लोकसभा में जनसंख्या के अनुपात में सीटें सुरक्षित कराने,खुली प्रतियोगिता से मेरिट के ओबीसी अभ्यर्थियों का समायोजन अनारक्षित कोटा में कराने,ओबीसी, एससी, एसटी वर्ग को न्यायपालिका, राज्यसभा, विधानपरिषद और निजी क्षेत्र में समानुपातिक प्रतिनिधित्व दिलवाने,
मंडल कमीशन, रामजी महाजन आयोग और स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को लागू कराने,ओबीसी,एससी के खाली पदों को भरने के लिए बैकलॉक पूरा करने या विशेष भर्ती अभियान चलाने आदि मांगों को लेकर वंचित तबके को बड़े आंदोलन करने की जरूरत है।
निषाद ने पिछड़े,दलित वंचित वर्ग से सामाजिक न्याय व संवैधानिक अधिकारों के लिए वर्गीय भावना से एकजुट होकर आंदोलन चलाने का आह्वान किया है।उन्होंने कहा कि भाजपा व उसके संगठन यादव व गैर के मुद्दे पर पिछड़ों की ताकत को कमजोर करने का षड्यंत्र करते आ रहे है और अतिपिछड़े भाजपा के झांसे में आकर अपने अधिकारों को खोते जा रहे हैं।मण्डल मसीहा की 40 पूण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उमाशंकर यादव एडवोकेट, अनुराग सिंह यादव अन्नु, महेश लोधी,ओ पी पाल,ओमप्रकाश बागी,मनोज यादव,श्रीराम मौर्य,मीना निषाद ने पिछड़े दलित वर्ग के लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि हिंदुत्व व धर्मांधता पाँव की जंजीर है,जिसके झाँसे में आकर बहुजन समाज अपना
सब कुछ लुटाता जा रहा है।

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