वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में पांचवें स्थान पर भारत
भारत रुकने वाला नहीं: पीएम मोदी
नई दिल्ली, एएनआई। आज भारत अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। पीएम मोदी 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिल्ली के लाल किले से राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने देश के कई महत्वपूर्ण मुद्दों का जिक्र किया है। पीएम मोदी ने कहा, “दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और अब जनसंख्या के मामले में भी अग्रणी देश। इतना बड़ा देश, मेरे परिवार के 140 करोड़ सदस्य आज स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं ।”
पीएम मोदी ने आगे कहा,”इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के कई हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा कर दिया है। मैं इसका सामना करने वाले सभी परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।” उन्होंने आगे कहा,”आज हमारे पास जनसांख्यिकी, लोकतंत्र और विविधता है – ये तीनों मिलकर देश के सपनों को साकार करने की क्षमता रखते हैं।पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा,” ‘मैं पिछले 1000 वर्षों के बारे में बात कर रहा हूं क्योंकि मैं देख रहा हूं कि देश के सामने एक बार फिर अवसर है… हम इस युग में क्या करते हैं, हम क्या कदम उठाते हैं और एक के बाद एक जो निर्णय लेते हैं आने वाले 1000 वर्षों में देश का स्वर्णिम इतिहास अंकुरित होगा।
पीएम मोदी ने कहा, हमने अलग आयुष मंत्रालय बनाया। आज योग और आयुष अलग परचम लहरा रही है। मत्स्य पालन हमारे कोटि कोटि मछुआरों का कल्याण भी हमारे मन में है। इसलिए हमने अलग मंत्रालय की रचना की।ताकि समाज के लोग पीछे रह गए, उन्हें भी साथ ले सकें।
भ्रष्टाचार का राक्षस देश को दबोचे हुए थे। हमने ये सब बंद किया। मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई। गरीब कल्याण के लिए ज्यादा से ज्यादा धन खर्च करने की योजना बनाई। आज देश का सामर्थ्य बढ़ रहा है। पाई पाई गरीब के लिए खर्च करने वाली सरकार हो, तो परिणाम क्या आता है, वो देखा जा सकता है। मैं 10 साल का हिसाब तिरंगे के नीचे से दे रहा हूं। पीएम मोदी ने कहा, साल 2014 में आपने (देशवासियों ने) मजबूत सरकार बनाई। 2019 में आपने सरकार फॉर्म की। तो मोदी में रिफॉर्म की हिम्मत आई। जब मोदी ने रिफॉर्म किए, तो ब्योरोक्रेसी ने ट्रांसफोर्म करने के लिए परफॉर्म करने की जिम्मेदारी बखूबी निभाई। इससे जनता जनार्दन जुड़ गया। इससे ट्रांसफॉर्म भी नजर आ रहा है।
पीएम मोदी ने आगे कहा,”ये भारत को गढ़ रहा है। हमारी सोच उस बदलाव को बढ़ावा देने के लिए है, जो 1000 साल तक हमारे भविष्य की रूपरेखा तय करेगी। हमारी युवा शक़्ति न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया की जरूरत को पूरा करने में सफल होगी।” पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में जब हम सत्ता में आए तो वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में हम 10वें स्थान पर थे। आज 140 करोड़ भारतीयों के प्रयास से हम वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में पांचवें स्थान पर पहुंच गए हैं। यह ऐसे ही नहीं हुआ जब भ्रष्टाचार के राक्षस ने देश को अपनी गिरफ्त में ले लिया था तब हमने इसे रोका और एक मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई।
उन्होंने कहा,”भारत का सामर्थ्य और विश्वास नई बुलंदियों को पार करने वाली हैं। आज देश में जी-20 समिट की मेहमाननवाजी का मौका मिला। जी-20 के देशभर के कोने में अलग अलग आयोजन हुए हैं। इससे सामान्य मानवीय के सामर्थ्य का दुनिया के सामने परिचय हुआ है। भारत को जानने समझने की जरूरत बढ़ी है।उन्होंने आगे कहा,”भारत का एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ा है। एक्सपर्ट कह रहे हैं कि भारत रुकने वाला नहीं है। कोरोना काल के बाद दुनिया नए सिरे से सोचने लगी है। मैं विश्वास से देख रहा हूं कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया ने जो आकार लिया था, कोरोना के बाद ग्लोबल ऑर्डर, नया पॉलिटिकल इक्वेशन आगे बढ़ रहा है।