जिंदगी और जीवन के बाद की सोच रखने वाले मंत्री धर्मवीर प्रजापति : कैदियों द्वारा गाय के गोबर से बनी लकड़ी पर होगा अंतिम संस्कार
जेल में सजायाफ्ता बंदी बना रहे गाय के गोबर से लकड़ी,शमशान घाट पर अंतिम संस्कार में ही काम आयेंगी लकडिय़ां-
आगरा सहित कई जेलों में जहां पाली जा रही हैं गाय,गोबर से बनायी जा रही हैं लकडिय़ां
संजय पुरबिया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक ऐसे मंत्री हैं जो खांटी हिन्दुस्तानी हैं…। ये अपने लिये नहीं दूसरों के परेशानियों से होते हैं परेशान और फौरी स्तर से निकालते हैं समाधान…। किस इंसान से कैसे काम लेना है और उसकी उपयोगिता को कैसे निखारना है,मंत्री जी ‘इमोशनल झप्पी’ देकर करा देते हैं शानदार काम…। जी हां,हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के जेल एवं होमगार्ड मंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मवीर प्रजापति की। इन्होंने दोनों विभाग में कई शानदार काम किये जिसकी वजह से इनकी तुलना ‘सात समुंदर’ पार ‘नार्वे’ के ‘माननीय‘ भी कर रहे हैं लेकिन अब इन्होंने कैदियों से जो काम कराया है,उसके लिये ‘हिन्दुत्व’ का भाव रखने वाले मंत्री धर्मवीर प्रजापति को ‘सैल्यूट’ करेंगे और इस काम को अंजाम देने वाले बंदियों की तहे दिल से प्रशंसा भी करेंगे। आगरा जेल के कैदी गाय के गोबर से लकड़ी बना रहे हैं। यहां बनने वाली लकड़ी बाजार में नहीं बेची जायेगी। इन लकडिय़ों को शमशान घाट में ‘अंतिम संस्कार ‘ के लिये भेजा जायेगा। मंत्री जी का मानना है कि जब इंसान इस दुनिया से विदा होता है तो उसके परिजनों की इच्छा होती है हिन्दु धर्म के अनुसार चिता शुद्ध लकड़ी पर रखी जाये ताकि उसे स्वर्ग मिले।
द संडे व्यूज़ से अपने सरकारी आवास पर खास बातचीत करते हुये कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि सूबे के कई जेलों में गाय पाली जाती हैं। बंदियों ने गाय के गोबर से लकड़ी बना रहे हैं। ये काम आगरा सहित लगभग एक दर्जन से अधिक जेलों में हो रहा है। गोबर से बनी लकड़ी को सिर्फ शमशान घाट में भेजा जायेगा ताकि वहां पर जलने वाली चिताओं को शुद्ध लकड़ी मिल सके। गाय के गोबर से बनी लकड़ी से शुद्ध और कहीं लकड़ी नहीं मिल सकती,इस बात की गारंटी देता हूं। श्री प्रजापति ने कहा कि हमारे जेल में सजायाफ्ता बंदी हुनरबाज हैं और मेरी कोशिश रहती है कि इनकी प्रतिभा को निखारें और जनता के सामने लायें।